यह विश्वासघात के खिलाफ लड़ाई
चंडीगढ़, 8 मई (एजेंसी)
पंजाब की लुधियाना लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार अमिरंदर सिंह राजा वड़िंग ने पार्टी के पूर्व सहयोगी और अब भाजपा के प्रत्याशी रवनीत सिंह बिट्टू से अपने मुकाबले के बारे में कहा कि यह ‘विश्वासघात के खिलाफ लड़ाई’ है। साल 2014 और 2019 के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल करने वाले बिट्टू संसदीय चुनावों की घोषणा के बाद 26 मार्च को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए थे।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख वड़िंग ने कहा, ‘यह विश्वासघात के खिलाफ (चुनावी) लड़ाई है, जिस तरह से उन्होंने (बिट्टू) पार्टी, कार्यकर्ताओं और जनता को धोखा दिया, उन्हें भी इसी तरह जवाब मिलेगा।’ मुक्तसर जिले के गिद्दड़बाहा से तीन बार के विधायक वड़िंग ने कहा, ‘पंजाबियों को ‘धोखेबाज़’ पसंद नहीं हैं। मुझे लगता है कि यह एकतरफा लड़ाई है और यह स्पष्ट है कि बिट्टू यह चुनाव बिल्कुल नहीं जीतेंगे।’
उन्होंने बिट्टू के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि कांग्रेस ने एक ‘बाहरी व्यक्ति’ को मैदान में उतारा है। भाजपा उम्मीदवार ने वड़िंग पर यह आरोप इसलिए लगाया है क्योंकि वह गिद्दड़बाहा से विधायक हैं। वड़िंग ने कहा कि इस तरह तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा नेता स्मृति ईरानी भी ‘बाहरी’ हैं। गुजरात से संबंध रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जबकि उनके ही राज्य की स्मृति ईरानी उत्तर प्रदेश के अमेठी से प्रत्याशी हैं।