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यह मेरा आखिरी चुनाव : जसबीर देशवाल

10:40 AM Sep 12, 2024 IST
सफ़ीदों में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते पूर्व विधायक जसबीर देसवाल। साथ में (दाएं) उनके बड़े भाई सफ़ीदों ब्लॉक समिति के पूर्व अध्यक्ष रणबीर देशवाल।-निस

सफीदों, 11 सितंबर (निस)
पूर्व विधायक जसबीर देशवाल ने आज यहां पुरानी अनाज मंडी में बड़ी जनसभा की और उसके बाद आजाद उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया। वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा दिग्गज डॉक्टर वंदना शर्मा को हराकर विधायक बने देशवाल ने इस जनसभा में कहा कि उन्होंने अपने 5 वर्ष के कार्यकाल में सफीदों में 600 करोड़ से अधिक के विकास कार्य करवाए हैं। असंख्य युवकों को नौकरी दी है और दिलाई है। भारी भीड़ से वोट की अपील करते हुए देशवाल ने कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव है और उनका लक्ष्य यह है कि उनका दशकों का औद्योगिक अनुभव उनके हलके के लोगों के काम आए। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के बाद वह सफीदों क्षेत्र में बड़ा औद्योगिक केंद्र स्थापित कराकर बेरोजगारी की समस्या को मिटा देंगे। देशवाल ने कहा कि इस बार लोग किसी के बहकावे में नहीं आएंगे और विकास करने वाले उम्मीदवार को वोट देंगे। उन्होंने कहा कि बाहरी व काम न करने वाले उम्मीदवार को इस हलके पर कब्जा नहीं करने देंगे। समर्थकों को उन्होंने कहा कि चुनाव जीत लो जिस पार्टी की सरकार बनेगी वह खुद ही फिर आप लोगों के पास आएगी, फिर आप लोग सोचें आपको क्या करना है। देशवाल ने कहा कि भाईचारे का उनपर बहुत दबाव पड़ा कि चुनाव न लड़ो। साधारण पोल्ट्री फार्म मालिक से देश के विख्यात कुक्कुट उद्योगपति बने जसबीर देशवाल ने यहां से आजाद उम्मीदवार के तौर पर वर्ष 2014 का चुनाव लड़ा था जिसमें उन्होंने केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बहन डॉक्टर वंदना शर्मा को 1422 मतों से पराजित किया था। इसके बावजूद कि तत्कालीन केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सफीदों के बड़े गांव मुवाना में वंदना के लिए सभा की थी और सुषमा स्वराज तो यहां कई दिन ठहरकर मतदाताओं से वंदना के लिए वोट की अपील करती रही थीं।

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