यह फिरकापरस्ती के खिलाफ और फसलों को बचाने का चुनाव
पिहोवा, 25 सितंबर (निस)
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष व संयुक्त संघर्ष पार्टी के प्रत्याशी गुरनाम सिंह चढूनी ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह चुनाव राजनीतिक नहीं है, यह फिरकापरस्ती के खिलाफ चुनाव है। आज दलित, मजदूर की बात करने वाले गायब हैं। यह चुनाव मजदूर और किसान की फसलों को बचाने का चुनाव है। खेती बचाने के लिए ही वह इस चुनाव में उतरे हैं। विधानसभा में गरीब, मजदूर व किसानों की आवाज उठा सकें।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पिहोवा में रोजगार, इलाज, शिक्षा, न्याय जैसी जरूरी सुविधाएं नहीं है। जीत हासिल करने पर वह ये सभी सुविधाएं लाकर देंगे। उन्होंने कहा कि सभी अनुसूचित जाति के लोगों को प्लाट व कमरे, बुढ़ापा पेंशन 8000 रुपये देंगे। इसके अलावा मनरेगा मजदूरी 500 रूपए, फसलों में खेती के लिए 12000 रुपये प्रति साल किसानों को देंगे, पांच लाख बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा। आज विदेश में जाने वाले युवाओं से 50 से 80 लाख रुपए तक लिए जा रहे हैं। यदि हम सता में आये तो विदेश जाने के इच्छुक युवकों को मात्र खर्चे के माध्यम से ही विदेश भेजने की सुविधा प्रदान करेंगे। पत्रकार वार्ता में भीम आर्मी के रंजीत नौटियाल व देवेंद्र बल्हारा ने भी अपने विचार रखें तथा लोगों से संयुक्त संघर्ष पार्टी के प्रत्याशी गुरनाम सिंह चढूनी को वोट देने की अपील की