दिन में चलाते थे ऑटो रिक्शा, रात को अकेले घूम या सो रहे लोगों से करते थे लूट
गुरुग्राम, 13 अप्रैल (हप्र)
सेक्टर-14 पुलिस थाना क्षेत्र में हुए ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने इस केस में तीन आरोपियों को काबू किया है। आरोपियों ने लूटपाट करने के लिए पीड़ित व्यक्ति से मारपीट की थी, जिसमें उसकी मौत हो गई। पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने रविवार को बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होने के बाद इस केस में नया मोड़ आया है। जानकारी के अनुसार छह मार्च 2025 को सेक्टर-14 पुलिस थाना में सूचना मिली थी कि बस स्टैंड के पास बने लोहे के फ्लाईओवर पर एक अज्ञात व्यक्ति का शव पड़ा है। इस सूचना पर पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंची। पुलिस टीम ने सीन-ऑफ-क्राइम व पुलिस अधिकारियों से घटनास्थल का निरीक्षण करवाते हुए शव को मॉर्चरी में भिजवाया। पुलिस टीम द्वारा मृतक की पहचान करके मृतक के परिजनों से सम्पर्क किया गया। सात मार्च 2025 को मृतक के पिता शिवनाथ सिंह ने आकर मृतक की पहचान अपने बेटे जितेन्द्र सिंह (40) निवासी हमीरपुर सौमवशी अलीगढ़ अमृतपुर फरुखाबाद उत्तर-प्रदेश के रूप में की। उन्होंने बताया कि उसका बेटा जितेन्द्र सिंह करीब साढ़े तीन साल से नशे के कारण घर से आकर गुरुग्राम में घुमता-फिरता था। नशा करने, भूख-प्यास व सर्दी के कारण ही उसकी मृत्यु हुई है। बेटे की मौत में किसी का कोई कसूर नहीं है।
हालांकि चार अप्रैल को पुलिस टीम द्वारा मृतक जितेन्द्र सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिली, जिसमें खुलासा हुआ कि मृतक जितेंद्र के साथ मारपीट की गई थी। मारपीट के बाद उसकी हत्या की गई। पुलिस ने इस केस में हत्या की धारा जोड़कर आरोपियोंं की तलाश शुरू की। पुलिस ने रविवार को बताया कि जितेंद्र की हत्या करने की वारदात को अंजाम देने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपियों की पहचान अनुराग, मोहित मिश्रा व विकास उर्फ दुर्लभ के रूप में हुई। आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि वे ऑटो रिक्शा चलाते हैं। रात के समय ऐसे व्यक्ति की तलाश करते हैं जो अकेला घूमता हो या सो रहा हो। उससे उसका सामान छीन लेते हैं। जितेंद्र से भी उन्होंने बैग छीनने की कोशिश की थी, लेकिन उसकी नींद खुल गई। इसी बीच उनके बीच झगड़ा शुरू हो गया। जिसमें मारपीट के दौरान जितेंद्र की मौत हो गई।