सेहत के लिए सुनहरे ये काले ‘सुपरफ्रूट’
राजकुमार दिनकर
सदियों पहले अंग्रेजी के महान लेखक और कवि शेक्सपीयर ने कहा था, ‘नाम में क्या रखा है।’इसी तरह दशकों पहले बॉलीवुड के एक गीत का मतलब था कि गोरे रंग पर गुमान अच्छा नहीं है। जाहिर है इन दोनों बातों के पीछे यह बताना था कि जो गोरे रंग के नहीं हैं या जिनका नाम अच्छा नहीं है, वे भी काम के और महत्वपूर्ण हो सकते हैं। खानपान के बारे में भी यह बात बिल्कुल सही उतरती है। कुछ ऐसे फल जो देखने में लाल, हरे-भरे या सुनहरे नहीं बल्कि काले-कलूटे हैं, पौष्टिकता और शरीर की इम्युनिटी के लिए ये किसी वरदान से कम नहीं हैं। आइये कुछ ऐसे ही फलों पर एक नजर डालते हैं।
काला सेब
इसे ब्लैक डायमंड एप्पल के नाम से भी जानते हैं और सेहत को इसके फायदे देखकर अगर इसे वाकई ‘हीरा’ कहें तो इसमें कतई अतिशयोक्ति नहीं। क्योंकि काले सेब में बेशकीमती खूबियां हैं। यह पौष्टिक तत्वों से भरपूर है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन ए और एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते हैं। जिस कारण यह हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को जबरदस्त ढंग से बढ़ाता है। यह आंखों के लिए फायदेमंद हैं। शरीर के बेड कोलेस्ट्रोल को कम करता है और लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने तथा आयरन को अवशोषित करने में मददगार होता है। इस कारण यह हृदय के स्वास्थ्य के लिए बेहद शानदार माना जाता है। इसमें आयरन, विटामिन डी12 के साथ भरपूर मात्रा में राइबोफ्लेविन भी पाया जाता है।
काले अंगूर
वैसे तो हरे अंगूर भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हैं, लेकिन काले अंगूरों का तो कहना ही क्या? इसमें कई तरह की खूबियां पायी जाती हैं। ये दिल की बीमारियों के लिए उम्दा होते हैं। फेफड़े के कैंसर में फायदा पहुंचाते हैं। अल्जाइमर यानी याद्दाश्त गड़बड़ होने की बीमारी को रोकते हैं। इससे कोलेस्ट्रोल सही रहता है। जहां तक स्वाद की बात है तो भला स्वाद में काले अंगूर का क्या मुकाबला।
काले जामुन
शायद ही कोई ऐसा शख्स हो जिसे काले जामुन पसंद न हों। बेहद काले स्वादिष्ट जामुन का हर हिस्सा भरपूर रूप से पौष्टिक होता है। इसकी गुठली बेर की तरह सख्त और ऊपर गुठली में लगा गूदा नरम और रसीला होता है। पेट के मरीजों के लिए जहां जामुन बहुत फायदेमंद है, वहीं शुगर के मरीजों के लिए तो यह रामबाण है। जामुन ऐसा फल है जिसका हर हिस्सा पौष्टिकता से भरपूर है। चाहे इसका गूदा हो, चाहे इसका रस हो, चाहे इसकी गुठली ही क्यों न हो। इसलिए काले जामुन को डिवाइन फ्रूट (दैवीय फल) भी कहा जाता है।
ब्लैकबेरी
भले खरीदने में ब्लैकबेरी बहुत महंगी हो, लेकिन अगर इसकी कीमत को इसकी पौष्टिकता से आंकें तो यह जबरदस्त फायदेमंद है। ब्लैकबेरी में विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन ई, विटामिन के और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह भी टाइप-2 डायबिटीज और दिल के रोगियों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं। इसे खाने से स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर का खतरा कम होता है। लब्बोलुआब यह है कि ब्लैकबेरी कमाल की सुपर फ्रूट है।
काले शहतूत
काले शहतूतों में पैक्टिन जैसा तत्व पाया जाता है जो एक तरह का फाइबर होता है। यह फाइबर भोजन के पाचन में मदद करता है। मतलब यह कि शहतूत पाचन को हर हाल में दुरुस्त करता है। यह कांस्टिपेशन, सूजन और पेट की ऐंठन से छुटकारा दिलाता है। काले शहतूत में विटामिन ए, विटामिन ई, पौटेशियम, फास्फोरस भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। इसे नियमित खाने से त्वचा के दाग-धब्बे और खुरदुरापन खत्म हो जाता है।
-इ.रि.सें.