यमुनानगर में बंदरों के आतंक से निजात मिलेगी, नगर निगम ने जारी किया टेंडर
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर,12 मार्च
शहर में जल्द ही बंदरों के आतंक से निजात मिलेगी। नगर निगम द्वारा शहरी क्षेत्रों में घूम रहे बंदरों को पकड़कर कलेसर जंगल में छोड़ा जाएगा। इसके लिए नगर निगम ने टेंडर जारी किया है। 18 मार्च तक इच्छुक एजेंसियां व ठेकेदार ई-टेंडर लगा सकते है।
टेंडर अलॉट होते ही बंदरों को पकड़ने का काम शुरू दिया जाएगा। टेंडर लेने वाली एजेंसी को बंदर पकड़ते समय उनकी सुरक्षा का खास ख्याल रखा जाएगा।
यदि बंदर को किसी तरह का शारीरिक नुकसान होता है तो जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी। बंदर पकड़ने का साधन, एंटी रेबीज दवाई, बंदर की खुराक व बंदर के चोटिल होने पर इलाज के समय में प्रयोग किए जाने वाली दवाइयां व आवश्यक प्रबंध एजेंसी स्वयं करेगी। बंदरों को जंगल में छोड़ने के लिए वाहन नगर निगम उपलब्ध करवाएगा। मेडिकल जांच के बाद बंदर को जंगल में
छोड़ा जाएगा। टेंडर अलॉट होने के बाद लगभग छह माह में ट्विन सिटी से बंदर पकड़ने का काम पूरा किया जाएगा।
टेंडर की शर्तों के अनुसार ठेकेदार या एजेंसी को प्रति बंदर पकड़ने व छोड़ने के हिसाब से रेट दिए जाएंगे। टेंडर की शर्तों में यह भी स्पष्ट है कि जितने भी बंदरों को पकड़कर कलेसर जंगल में छोड़ा जाएगा, उतने बंदरों की राशि की अदायगी नगर निगम द्वारा की जाएगी।
बंदरों के आतंक से शहरवासियों को निजात दिलाने के लिए निगम ने टेंडर प्रक्रिया शुरू की है।
बंदर को नहीं दिया जाएगा नशीला पदार्थ
-आयुष सिन्हा, आयुक्त, नगर निगम।