For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.

गुजवि में इस साल होगी बंपर भर्तियां

07:47 AM Jan 02, 2024 IST
गुजवि में इस साल होगी बंपर भर्तियां
हिसार स्थित गुजवि में डिजिटल कैलेंडर का विमोचन करते कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई। -हप्र
Advertisement

हिसार, 1 जनवरी (हप्र)
गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर नरसीराम बिश्नोई ने नववर्ष पर सोमवार को कहा कि विवि में इस वर्ष कई नए एकेडमिक प्रोग्राम्स शुरू किये जा रहे हैं। इसके लिए शिक्षक व गैर शिक्षकों की नई भर्तियां भी होगी। हाल ही में 49 शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर दिया है, वहीं शिक्षकों के 54 और गैर शिक्षकों के 55 नये पद सृजित किए गए हैं जिन पर भी शीघ्र ही भर्तियां की जाएगी।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने डिजिटल कैलेंडर का विमोचन भी किया। क्यूआर कोड को स्कैन करके प्रत्येक माह की जानकारियां उपलब्ध हासिल की जा सकती हैं। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. विनोद छोक्कर, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. देवेंद्र कुमार, तकनीकी सलाहकार एचआरएम प्रो. संदीप राणा, डीन ऑफ कॉलेजिज प्रो. संजीव कुमार, निदेशक आउटरीच प्रो. दलबीर सिंह, निदेशक दूरस्थ शिक्षा प्रो. खुजान सिंह, उपनिदेशक जनसम्पर्क डा. बिजेन्द्र दहिया, सहायक कुलसचिव अशोक कौशिक व कंसल्टेंट विमल झा मौजूद थे।
ऑनलाइन शुरू होंगे कई कोर्स
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कई नए ऑनलाइन एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जा रहे हैं। इनमें एमबीए जनरल, एमकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमसीए, बीसीए, डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लीकेशंस, एमए हिंदी तथा डिप्लोमा इन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस शामिल हैं।

पार्ट टाइम पीएचडी भी होगी

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि विश्वविद्यालय ने अगले सत्र से पांच वर्षीय बीकॉम-एमकॉम इंटेग्रेटिड, पांच वर्षीय बीसीए-एमसीए इंटेग्रेटिड, बीटेक आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एंड डाटा साईंस, बीएएलएलबी, बीए-बीएड, बीएससी-बीएड, एमएससी जियोग्राफी, पांच वर्षीय बीए-एमएससी जियोग्राफी इंटेग्रेटिड, डिप्लोमा इन मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीक्स तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी समेत कई नए एकेडमिक प्रोग्राम्स आरंभ किए जाएंगे। कुछ शैक्षणिक कार्यक्रमों की कक्षाएं सायंकालीन सत्र में लगेंगी। विश्वविद्यालय से संबंधित महाविद्यालयों के शैक्षणिक कार्यक्रम भी नई शिक्षा नीति के तहत शुरु किए जाएंगे। पार्ट-टाइम पीएचडी कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा। इससे सेवारत आवेदकों को पीएचडी करने का मौका मिलेगा।

Advertisement

Advertisement
Advertisement
Advertisement
×