चप्पे-चप्पे पर होगी तीसरी नजर
गुरुग्राम, 14 मार्च (हप्र)
शहर में सीसीटीवी निगरानी को और मजबूत करने और सतर्कता बढ़ाने के लिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने अपनी सीसीटीवी परियोजना के दूसरे चरण पर काम शुरू कर दिया है। शहर में सीसीटीवी लगाने के लिए निविदा जारी कर दी गई हैं। जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए श्रीनिवास ने कहा कि जीएमडीए गुरुग्राम में उन्नत और प्रभावी निगरानी प्रणाली को सक्षम करने की दिशा में काम कर रहा है और जीएमडीए अधिकार क्षेत्र के तहत आने वाले गुरुग्राम और मानेसर के व्यापक भौगोलिक क्षेत्रों को शामिल करने के लिए प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने के लिए पुलिस और यातायात विभागों के साथ समन्वय कर रहा है।
परियोजना के दूसरे चरण के अंतर्गत, 258 स्थानों पर 2722 हाई-टेक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें सोहना, बादशाहपुर, पटौदी, फार्रुखनगर, धनकोट, चंदू बुढ़ेरा, पंचगांव, बिलासपुर, हेली मंडी, द्वारका एक्सप्रेसवे (सेक्टर 89 से 108), केएमपी एक्सप्रेसवे (बादली, फर्रुकनगर, पटौदी और मानेसर), सेंट्रल पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और टोल को कवर करने वाले क्षेत्र शामिल हैं। इन स्थानों को जीएमडीए के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से जोड़ने के लिए लगभग 300 किलोमीटर अतिरिक्त भूमिगत ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की भी योजना बनाई है, जिसमें लाइव सीसीटीवी निगरानी की जाएगी।
प्रमुख स्थानों पर पुख्ता हुई सुरक्षा
जीएमडीए ने शहर के विभिन्न प्रमुख स्थानों पर 48 फेस रिकग्निशन कैमरे लगाए हैं। इनमें जिला न्यायालय, मिनी सचिवालय, एमजी रोड मेट्रो स्टेशन, सिकंदरपुर मेट्रो स्टेशन, सिविल अस्पताल, ताऊ देवी लाल स्टेडियम, शीतला माता मंदिर परिसर, गुरुग्राम बस स्टैंड और सदर बाजार शामिल हैं।
यातायात उल्लंघन पर किये जा रहे चालान
प्राधिकरण ने सीसीटीवी परियोजना के पहले चरण को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। इसमें गुरुग्राम और मानेसर क्षेत्रों में 218 जंक्शन पर 1200 कैमरे पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं। शहर की निगरानी और यातायात प्रबंधन के लिए पुलिस विभाग द्वारा इन कैमरा फीड की 24 घंटे निगरानी की जाती है। शहर में यातायात की आवाजाही पर नजर रखने और यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करने के लिए ये सीसीटीवी कैमरे रेड लाइट/स्टॉप लाइन सहित अन्य स्थानों पर लगाए गए हैं। सीसीटीवी से यातायात उल्लंघन पर ऑनलाइन चालान किए जा रहे हैं।