जलभराव की समस्या का होगा स्थायी समाधान
रमेश सरोए/ हप्र
करनाल, 6 जून
शहर में पानी निकासी का स्थायी समाधान करने के लिए नगर निगम द्वारा विशेष प्रपोजल बनाया जा रहा है, प्रपोजल को अंतिम रूप देने के लिए नगर निगम प्रशासनिक अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं ताकि आने वाले बरसाती सीजन में पानी निकासी की दिक्कत का स्थायी समाधान किया जा सके।
नगर निगम अधिकारी की मानें तो निगम की ओर से बरसाती पानी निकासी के लिए स्थापित डिस्पोजल व इंटरमिडिएट पम्पिंग स्टेशन (आईपीएस) पर स्काडा सिस्टम लगाने जा रहा है।
सिस्टम लगने से पता चलेगा कि किस क्षेत्र या नाले में कितना बरसाती पानी व अन्य पानी बहकर आ रहा है। इसके बारे में पूरी जानकारी निगम प्रशासन के पास उपलब्ध होगी। परियोजना पर करीब 22 करोड़ 45 लाख रुपये खर्च आने का अनुमान है और यह अगले एक वर्ष में पूरी होगी।
निगमायुक्त ने निगम अभियंताओं व एजेंसी से भिन्न-भिन्न सम्पवेल की गहराई, बरसाती नालों का इनलेट व आउटलेट, कर्ण (मुगल) कैनाल व रामनगर जैसे बड़े नाले व ड्रेन किस लेवल पर बह रहे हैं तथा किस क्षेत्र से कितना बरसाती पानी आ रहा है, इत्यादि बिन्दुुओं की जानकारी ली। उन्होंने निगम इंजीनियरों को निर्देश दिए कि वे एक बार पुन: अच्छे से डीपीआर देख लें।
अगर इसमें किसी प्रकार की कमी है, तो उसे समय रहते ठीक कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि हमारे पास सटीक डाटा उपलब्ध होना चाहिए। बैठक में उन्होंने डाटा विश्लेषण करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट की पूरी योजना बनाकर इस काम को शुरू किया जाए, ताकि अगले वर्ष बरसाती सीजन में इसे अच्छे से चलाया जा सके।
उन्होंने अभियंताओं से कहा कि वे इस परियोजना में उत्कृष्ट वैज्ञानिकता का उदाहरण पेश करें। उन्होंने निर्देश दिए कि परियोजना में उपयोग होने वाले सभी उपकरण अच्छी कम्पनी के होने चाहिए और वह सरकार द्वारा अनुमोदित किए गए हों।
परियोजना की पूर्ण निगरानी की जिम्मेदारी डीपीआर तैयार करने वाली एजेंसी की रहेगी।