मुख्तार अंसारी की मौत की हाेगी न्यायिक जांच
लखनऊ, 29 मार्च (एजेंसी)
बांदा जेल में माफिया नेता मुख्तार अंसारी की मौत के मामले की न्यायिक जांच के लिए शुक्रवार को एक अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को नामित किया गया। अंसारी को बृहस्पतिवार को तबीयत बिगड़ने के बाद बांदा जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था, जहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी।
बांदा के सीजेएम भगवान दास गुप्ता के आदेश के मुताबिक मामले की जांच के लिए अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सांसद-विधायक अदालत बांदा) श्रीमती गरिमा सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार बांदा ने 28 मार्च को अंसारी की मौत के मामले की न्यायिक जांच के लिए अधिकारी नामित करने का आग्रह किया था। सीजेएम ने जांच अधिकारी से एक माह के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी है। इसके पहले कारागार महानिदेशक एसएन साबत ने कहा कि मामले की न्यायिक जांच होगी।
जेल में धीमा जहर देने का आरोप
मुख्तार के परिजनों ने अंसारी को जेल में धीमा जहर देने का आरोप लगाया था। गाजीपुर के सांसद और मुख्तार के बड़े भाई अफजाल अंसारी ने मंगलवार को कहा था कि ‘मुख्तार ने उन्हें बताया था कि करीब 40 दिन पहले भी उन्हें जहर दिया गया था और हाल ही में शायद 19 या 22 मार्च को फिर ऐसा किया गया, जिसके बाद से उनकी हालत खराब है।’
माता-पिता की कब्र के साथ ही दफनाया जाएगा
लखनऊ / गाजीपुर : मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास लाया गया। शव को दफनाने के लिए काली बाग स्थित पारिवारिक कब्रिस्तान में गड्ढा खोदा गया है। शनिवार को उनका शव सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। गाजीपुर और मऊ समेत आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है। सूत्रों ने बताया कि इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के मां-पिता की कब्र हैं।