आमने-सामने रहेगी टक्कर, 19 उम्मीदवार मैदान में
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 31 मई (हप्र)
लोकसभा चुनाव में इस बार करीब चार दशक बाद त्रिकोणीय मुकाबला नहीं होगा और टक्कर आमने-सामने की होगी। 1984 से लेकर 2019 तक हुए लोकसभा चुनावों में शहर में मुख्य रूप से त्रिकोणीय मुकाबला होता रहा, लेकिन इस बार मुकाबला भाजपा -कांगेस का आमने सामने का रह गया है। चंडीगढ़ लोकसभा की एक सीट के लिए 19 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनकी किस्मत शनिवार शाम को ईवीएम में बंद हो जाएगी। इनमें 12 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं और दो महिला उम्मीदवार हैं। इन 19 उम्मीदवारों में भाजपा के संजय टंडन, कांग्रेस-आप गठबंधन के मनीष तिवारी, बसपा की डॉ. रितु सिंह, अखिल भारतीय परिवार पार्टी के दीपांशु शर्मा, सैनिक समाज पार्टी की राजिंदर कौर, सुपर पावर इंडिया पार्टी के राज प्रिंससिंह, हरियाणा जनसेना पार्टी के सुनील थमन शामिल हैं। इनके अलावा जो निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं उनमें बलजीत सिंह, सुनील कुमार, लखवीर सिंह, रविकांत मुनि, रणप्रीत सिंह, किशोर कुमार, कुलदीप राय, विनोद कुमार, विवेक शर्मा, पियार चंद, पुष्पिंदर सिंह, प्रताप सिंह राणा शामिल हैं।
इस बार चंडीगढ़ में लोकसभा चुनाव में आपका एक वोट चंडीगढ़ में मतदान के प्रतिशत का नया रिकार्ड बना सकता है।
इससे पहले 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ में 74.2 प्रतिशत मतदात हुआ था। 6,15,214 मतदाताओं में से 4,56,568 मतदाताओं ने वोट डाले थे। इससे पहले 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में चंडीगढ़ के लोग पिछले सभी रिकार्ड तोड़ते हुए बड़ी संख्या में अपने घरों से निकलकर वोट डालने गए थे। 2014 में चंडीगढ़ में 73.71 प्रतिशत मतदान हुआ था। 2014 से पहले चंडीगढ़ में 12 बार हुए लोकसभा चुनाव में अधिकतम मतदान का प्रतिशत वर्ष 1984 में 68.93 रहा था।