मल्टीपल स्क्लेरोसिस बीमारी से कैसे लड़ें, इस पर होगी चर्चा
चंडीगढ़, 11 नवंबर (ट्रिन्यू)
मल्टीपल स्क्लेरोसिस (एमएस) एक गंभीर और पुरानी बीमारी है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करती है। यह बीमारी महिलाओं में पुरुषों की तुलना में 2-3 गुना अधिक होती है और आमतौर पर 18 से 40 वर्ष की आयु में पहचान में आती है। MS के मरीजों को दृष्टि समस्याएं, अत्यधिक थकान, मांसपेशियों में कमजोरी और संतुलन बनाने में कठिनाई जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसी के मद्देनजर, चंडीगढ़ में 14 से 16 नवंबर 2024 तक इंटरनेशनल कांफ्रेंस आईसीटीआरआईएमएम-2024 का आयोजन किया जाएगा। यह सम्मेलन पीजीआई चंडीगढ़ और भारतीय न्यूरोलॉजी अकादमी की ऑटोइम्यून उप-समिति द्वारा आयोजित किया जा रहा है। तीन दिवसीय इस सम्मेलन का उद्देश्य मल्टीपल स्क्लेरोसिस और अन्य तंत्रिका तंत्र विकारों पर नवीनतम शोध और उपचार विधियों पर गहन चर्चा करना है।
सम्मेलन की प्रमुख विशेषताएं :
कार्यशालाएं, संगोष्ठियां और वैज्ञानिक प्रस्तुतियां। यूरोपियन चारकोट फाउंडेशन इस सम्मेलन का वैज्ञानिक साझेदार होगा और विशेष संगोष्ठी आयोजित करेगा। 700 से अधिक विशेषज्ञ और प्रतिनिधियों की भागीदारी की उम्मीद है।