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पानीपत में होगा बड़ा संग्राम, भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने

11:04 AM Sep 03, 2024 IST
पानीपत में होगा बड़ा संग्राम  भाजपा कांग्रेस आमने सामने

बिजेंद्र सिंह/हप्र
पानीपत, 2 सितंबर
तीन लड़ाइयों के गवाह रहे पानीपत में इस बार बड़ा चुनावी संग्राम देखने को मिलेगा। भाजपा और कांग्रेस नेताओं में टिकट को लेकर तगड़ी जंग चल रही है। भाजपा के मौजूदा विधायक प्रमोद कुमार विज के टिकट पर बना संकट लगभग टल गया है। करनाल के पूर्व सांसद संजय भाटिया पानीपत सिटी से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी इस बार भाटिया को विधानसभा चुनाव लड़वाने के पक्ष में नहीं है। माना जा रहा है कि इसी वजह से संजय भाटिया ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। अलबत्ता, प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली की तरह सभी 90 सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों को चुनाव लड़वाएंगे। प्रमोद कुमार विज के संघ से पुराने संबंध हैं। संघ पृष्ठभूमि के इस परिवार का पानीपत शहर में पुराना रसूख भी है। पानीपत सिटी की सीट पर 2019 तक हुए कुल 15 चुनाव में 11 बार शाह व विज परिवारों का दबदबा रहा है। छह बार शाह और पांच बार विज परिवार यहां से चुनाव जीतता रहा है। पानीपत शहर में ज्वाइंट पंजाब के समय पहला चुनाव 1952 में हुआ। संजय भाटिया अगर भाजपा के टिकट पर नहीं उतरते हैं तो इस बार भी शाह और विज परिवार आमने-सामने हो सकते हैं। भाजपा सूत्रों के अनुसार, पैनल में पानीपत शहर से मौजूदा विधायक प्रमोद विज व पूर्व सांसद संजय भाटिया के नाम शामिल थे। लेकिन भाटिया का नाम अब लिस्ट से कट चुका है।
दूसरी ओर, कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अजय माकन की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी ने पानीपत शहर से दो नामों पर चर्चा की है। इनमें वरिष्ठ नेता वरिंदर बुल्ले शाह और पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी शामिल हैं। वहीं, कुमारी सैलजा समर्थक कांग्रेस नेता संजय अग्रवाल भी पानीपत शहरी सीट से दावा जता रहे हैं। हालांकि, भाजपा व कांग्रेस द्वारा लिस्ट जारी होने पर ही स्पष्ट होगा कि पानीपत शहरी सीट से इस बार शाह व विज परिवार आमने-सामने होंगे या फिर कोई नया चेहरा मैदान में आएगा। पूर्व विधायक रोहिता रेवड़ी भी कांग्रेस के टिकट के लिए लॉबिंग कर रही हैं। वे 2014 में पहली बार भाजपा के टिकट पर पानीपत सिटी से विधायक बनी थीं। 2019 में उनका टिकट काटकर प्रमोद कुमार विज को दिया गया।
लोकसभा चुनाव के दौरान रोहिता रेवड़ी पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की अगुवाई में कांग्रेस में शामिल हो चुकी हैं। कांग्रेस नेता वरिंदर बुल्ले शाह ने तो जाटल रोड पर अपना चुनाव कार्यालय भी खोल दिया है। माना जा रहा है कि हाईकमान की तरफ से उनको इशारा कर दिया गया है। वहीं, मौजूदा विधायक प्रमोद विज भी अपने टिकट को लेकर आश्वस्त हैं। वे 4 सितंबर को पानीपत शहर में होने वाले मुख्यमंत्री नायब सैनी के रोड-शो की तैयारियों में लगे हुए हैं। पानीपत शहर से यदि इस बार वरिंदर बुल्ले शाह विधायक बनते हैं तो शाह परिवार से 7 बार विधायक का रिकार्ड बनेगा और प्रमोद विज बनते हैं तो शाह व विज परिवारों में विधायक बनने का रिकार्ड 6-6 बार का बराबर हो जाएगा।

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अब तक ये रहे ‘सेनापति’

1952 के चुनाव में कांग्रेस टिकट पर कृष्ण गोपाल दत्त विधायक बने। 1957 में में भी कृष्ण गोपाल दत्त ने जीत हासिल की। 1962 व 1967 में हुए चुनाव में मौजूदा विधायक प्रमोद विज के पिता फतेहचंद विज जनसंघ से विधायक चुने गए। 1972 के चुनाव में कांग्रेस नेता वरिंदर बुल्ले शाह के पिता हकुमत शाह विधायक बने थे। 1977 व 1982 में हुए चुनाव में फतेहचंद विज भाजपा से विधायक बने। 1987 व 1991 में हुए चुनाव में कांग्रेस से शाह परिवार से बलबीर पाल शाह विधायक बने। 1996 में हुए चुनाव में आजाद प्रत्याशी ओमप्रकाश जैन विधायक चुने गए। 2000, 2005 व 2009 में हुए चुनाव में कांग्रेस के बलबीर पाल शाह विधायक बने और बलबीर पाल शाह पानीपत शहर से पांच बार विधायक चुने गए। इस सीट पर हैट्रिक का रिकार्ड आज भी बलबीर पाल शाह के नाम दर्ज है। वरिंदर बुल्ले शाह, बलबीर पाल शाह के छोटे भाई हैं। 2014 में भाजपा के टिकट पर रोहिता रेवड़ी और 2019 में प्रमोद विज विधायक बने।

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