स्कूल लगने और छुट्टी के दौरान सड़कों पर टिप्पर चलाने पर लगेगा प्रतिबंध
संगरूर, 8 मई (निस)
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने आज जिला प्रशासन पटियाला को निर्देश दिए कि टिप्परों और स्कूल बसों द्वारा गति सीमा के उल्लंघन के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाए। समाना में कल हुए भीषण सड़क हादसे में स्कूली बच्चों की मौत का गंभीर संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने डिप्टी कमिश्नर डॉ. प्रीति यादव, एसपी वैभव चौधरी, आरटीए नमन मार्कन समेत कई एसडीएम और डीएसपी को तलब किया है। यातायात सहित अन्य संबंधित विभागों के साथ सड़क सुरक्षा पर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। बैठक के दौरान, छोटे बच्चों की मृत्यु पर शोक व्यक्त करने तथा उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। डॉ. बलबीर सिंह ने स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि स्कूल वाहन सुरक्षा मानकों पर कोई समझौता न हो, इसलिए सड़कों पर चलते समय टिप्परों की गति 60 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, प्रत्येक टिप्पर में स्पीड गवर्नर लगा होना चाहिए तथा स्कूल बसों में सुरक्षित स्कूल वाहन नीति के अनुसार निर्धारित मानकों को पूरा करना भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने जिला प्रशासन और पुलिस को यह भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि सुबह स्कूल समय और दोपहर में स्कूल की छुट्टी के समय टिप्परों को सड़कों पर चलने की अनुमति न दी जाए और यदि कोई नियमों का उल्लंघन करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने राजिन्द्रा अस्पताल के सामने तथा सड़कों पर बने ढाबों के देर रात तक खुले रहने का भी गंभीर नोटिस लिया तथा जिला पुलिस को ऐसे ढाबों को समय पर बंद करवाने के निर्देश दिए।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा कि शहर में तथा लंबी दूरी की सड़कों पर स्पीड टेबल बनाए जाएं तथा जगह-जगह गति सीमा बोर्ड लगाए जाएं। इस अवसर पर उपायुक्त डॉ. प्रीति यादव ने कहा कि जिला में ऐसी दुर्घटनाएं दोबारा न हो, इसके लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।