तत्काल हो संघर्ष विराम : यूएन, यह आत्मसमर्पण जैसा होगा : नेतन्याहू
संयुक्त राष्ट्र/खान यूनिस, 31 अक्तूबर (एजेंसी)
गाजा पट्टी में इस्राइली हमले जारी रहने के बीच, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के प्रमुख फिलिप लजारिनी ने एक आपात बैठक में कहा, ‘तत्काल मानवीय संघर्ष विराम जरूरी है क्योंकि ग़ाज़ा में लाखों लोगों के लिए जीवन और मृत्यु का प्रश्न है।’ उन्होंने इस्राइल पर फलस्तीनियों को ‘सामूहिक दंड’ देने और नागरिकों का जबरन विस्थापन करने का आरोप लगाया। इस बीच, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘संघर्ष विराम का आह्वान करना इस्राइल के लिए हमास के सामने आत्मसमर्पण करने के बराबर है। ऐसा कभी नहीं होगा।’
उधर, लजारिनी ने आगाह किया कि भोजन और अन्य सहायता की बाट जोह रहे फलस्तीनियों द्वारा संयुक्त राष्ट्र एजेंसी के गोदामों में लूटपाट के बाद नागरिक व्यवस्था ध्वस्त होने से ‘ग़ाज़ा में संयुक्त राष्ट्र की सबसे बड़ी एजेंसी के लिए अपना काम जारी रखना बेहद मुश्किल हो जाएगा।’ मंगलवार को इस्राइली बलों ने उत्तरी गाजा में हमास के आतंकवादियों और बुनियादी ढांचे पर जमीनी हमला किया। इस्राइली सेना लगातार हवाई हमले भी कर रही है। सेना का कहना है कि तीन सप्ताह पहले शुरू हुए युद्ध के बाद से उत्तरी गाजा से करीब 8,00,000 लोग पलायन कर चुके हैं। इस्राइली सेना, इसके टैंक और बख्तरबंद वाहन गाजा के अंदरूनी इलाकों तक पहुंच गये और उन्होंने हमास के आतंकवादियों द्वारा बंदी बनाई गई एक सैनिक को मुक्त करा लिया था। सेना ने एक बयान में कहा कि सैनिक ओरी मेगिडिश (19) की चिकित्सीय जांच की गई, जिसमें वह स्वस्थ पाई गई हैं। इसी दौरान हमास ने चार और बंधकों को रिहा कर दिया है, और कहा है कि वह इस्राइल द्वारा कैद हजारों फलस्तीनी लोगों के बदले में अन्य बंधकों को रिहा कर देगा। हालांकि, इस्राइल ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इस्राइली सैन्य प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिक्स ने कहा कि गाजा में जमीनी अभियान उत्तर की ओर केंद्रित है, जिसमें गाजा शहर भी शामिल है। सेना ने इसे ‘हमास का केंद्र’ करार दिया। प्रवक्ता ने कहा, ‘हम गाजा के अन्य हिस्सों में भी हमले जारी रखे हुए हैं। हम उनके कमांडरों की तलाश कर रहे हैं, हम हमास के बुनियादी ढांचे पर हमला कर रहे हैं।’