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सहायक प्रोफेसर की भर्ती की हो न्यायिक जांच, प्रश्नों में किया हेरफेर : सुरजेवाला

10:34 AM Jul 07, 2025 IST
हिसार में पत्रकारों से बातचीत करते कांग्रेस के महासचिव रणदीप सुजेवाला। -हप्र

हिसार, 6 जुलाई (हप्र)
करीब एक माह पूर्व 8 जून को हरियाणा पब्लिक सर्विस कमीशन (एचपीएससी) के सहायक प्रोफेसर (भूगोल) के पेपर पर सवाल उठाते हुए कांग्रेसी नेता सांसद एवं कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा सर्विस पब्लिक कमीशन (एचपीएससी) व नायब सिंह सैनी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए इसकी न्यायिक जांच करवाने की मांग की है।
उन्होंने बताया कि सहायक प्रोफेसर (भूगोल) के पेपर में कुल 17 प्रश्रों को सही से गलत में बदल दिया गया और उनको प्रश्रों की गिनती से भी हटा दिया गया जो सहायक प्रोफेसर (भूगोल) के पेपर की वैधता ही खत्म कर देते हैं। इस परीक्षा में निगेटिव मार्किंग हैं और इनमें 17 प्रश्नों को जानबूझकर खराब करना, प्रतिभाशाली युवओं के साथ अन्याय है।
उन्होंने बताया कि सहायक प्रोफेसर (भूगोल) के पेपर में छह प्रश्नों के उत्तर जो पहले सही थे, उनको गलत बता दिया गया। इस पेपर का प्रश्र नंबर 46 वर्ष 2017 के एचटीईटी पेपर में भी पूछा गया था। उस समय इस प्रश्र का उत्तर हरियाणा सरकार ने जीन गोटमैन माना था जबकि अब इस पेपर में इसी प्रश्र का उत्तर पैट्रिक गैडस को सही माना है। इसी प्रकार रिवाइज्ड आंसर की में 10 प्रश्रों को हटा दिया गया।
इसी पेपर में 26 सवाल ऐसे थे जो बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (बीपीएससी) के भूगोल के पेपर से हूबहू नकल कर छाप दिए। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वर्ष 2019 के बाद सहायक प्रोफेसर (कॉलेज काडर) के पद पर कोई नियुक्ति नहीं हुई है और अगस्त 2024 में 26 सब्जेक्ट्स के 2,424 सहायक प्रोफेसर के पदों पर एचपीएससी के लिए विज्ञापन जारी किया जिसमें लगभग डेढ़ लाख युवाओं ने आवेदन किया।
जब 29 मई को सहायक प्रोफेसर (राजनीतिक विज्ञान), 1 जून को सहायक प्रोफेसर (हिंदी) के पेपर के दौरान प्रश्न पत्रों की सील टूटी हुई मिली और लिफाफे खुले हुए मिले। इस प्रश्नपत्र में 27 प्रश्न पूरी तरह गलत पाए गए। बाद में एचपीएससी के चेयरमैन आलोक वर्मा ने आदेश जारी किया कि सकुछ ठीक था केवल पेपर पैक करते हुए सील टूट गई थी। जब शोर मचा तो 3 जून को यह पेपर रद्द कर दिया गया। यदि सील टूटी नहीं थी और प्रश्न गलत नहीं थे तो फिर उनको रद्द क्यों किया।

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