गायों की सेवा से पुण्य भी... सजा में छूट भी...
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 4 सितंबर
जेल में बंद कैदियों के लिए गाय सजा में छूट का आधार भी बनेंगी, साथ ही मनोदशा में बदलाव की सहायक साबित होंगी। प्रदेश सरकार ने करनाल जेल में हरियाणा की पहली जेल गौशाला बनाई हैं। गौशाला 3 एकड़ में करीब 2 करोड़ 63 लाख रुपये की राशि खर्च कर बनकर तैयार हुई है। गौशाला में रखरखाव की जिम्मेदारी सरकारी अधिकारियों की निगरानी में कैदियों के हाथ में होंगी। इससे शहरी क्षेत्रों में लावारिस घूम रही गायों को स्थाई आश्रय भी उपलब्ध होगा।
गौशाला को जल्द से जल्द चलाने के लिए डीसी की अध्यक्षता में जेल एसपी, पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग हुई। जेल अधीक्षक ने बताया कि गौ सेवा आयोग की ओर से सदस्यों को नामित किया जाना है। इसके बाद ये सदस्य गौशाला में गायों का प्रबंध, चारे की व्यवस्था तथा चिकित्सक सुविधाएं उपलब्ध करवाएंगे। जैसे ही ये सदस्य नामित हो जाएंगे, गौशाला का संचालन बिना विलंब के करवाया जाएगा। जेल प्रशासन द्वारा गायों की देखभाल का कार्य बंदियों के माध्यम से करवाया जाएगा। गौशाला बनने से गोबर गैस, गोमूत्र के प्रोडेक्ट बनाए जा सकेंगे, दूध के भी अलग-अलग उत्पाद बनाए जाएंगे। इसके अलावा गौशाला में गाय की सेवा करने से कैदियों में जेल से बाहर जाने पर गौ सेवा की भावना बढ़ेंगी।
गायों की देखभाल ऐसे कैदी करेंगे, जिन्होंने अपनी सजा आधे से ज्यादा पूरी कर ली हो, पैरोल पर जाने के बाद वापस सही समय पर वापस लौटते हों या जेल में जिनका चाल-चलन सही हो। जो कैदी गाय की सेवा नि:स्वार्थ भाव से करेंगे, ऐसे कैदियों को सजा में छूट की सुविधा दी जा सकेंगी।
जेल अधिकारियों की मानें तो नए प्रोजेक्ट से गो संवर्धन की मुहिम को तो बढ़ावा मिलेगा साथ ही कैदियों को दूध भी उपलब्ध होगा। गाय के गोबर से गैस व गोमूत्र से उपयोगी सामान भी जेल में ही बनाया जाएगा।
200 गाय रखने की व्यवस्था, जल्द होगी शुरू
जेल एसपी अमित भादू ने बताया कि करनाल जेल में जेल गौशाला बनकर तैयार हो चुकी हैं, जल्द ही गौशाला चालू होगी। गौशाला में करीब 200 गाय रखने की व्यवस्था हैं। गौशाला में कैदी गायों को चारा, पानी व साफ सफाई का पूरा ध्यान रखेंगे। इससे जहां कैदियों की मनोदशा में बदलाव आएगा साथ ही सजा में छूट भी दी जा सकेंगी। बेसहारा गायों को स्थाई आश्रय मिलेगा।