रायपुररानी में पटवारियों की कमी, लोगों में बढ़ रहा आक्रोश
पुष्पेंद्र स्वामी/ निस
रायपुररानी, 2 अप्रैल
तहसील रायपुररानी में बीते डेढ़ महीने से पटवारियों की कमी के चलते आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंक लोन अप्रूवल, भूमि सीमांकन, जमाबंदी नकल, मौका निरीक्षण जैसे कार्य लंबित पड़े हैं, जिससे ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील में कुल सात सर्कल हैं, जिनमें 45 गांव आते हैं। इन गांवों की देखरेख के लिए मात्र पांच पटवारी नियुक्त हैं, लेकिन वर्तमान में इनमें से केवल एक ही पटवारी कार्य कर रहा है। एक पटवारी को पिछले महीने निलंबित कर दिया गया, एक अवकाश पर है, तीसरे को मोरनी निशानदेही के लिए भेजा गया है और चौथे को पंचकूला में ततीमा (तक्सीम) कार्य के लिए तैनात किया गया है।
ऐसे में मात्र एक पटवारी के भरोसे पूरे तहसील क्षेत्र के कार्यों को संचालित किया जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से इस समस्या का शीघ्र समाधान निकालने की मांग की है। तहसीलदार विक्रम सिंगला ने बताया कि मामला उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है और जल्द ही कोई हल निकालने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रशासनिक लचरता का असर न केवल भूमि संबंधी मामलों तक सीमित है, बल्कि छात्रों की शिक्षा पर भी पड़ रहा है। हाल ही में नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा के तहत कई विद्यार्थियों का चयन हुआ है, लेकिन उन्हें दाखिले के लिए ग्रामीण क्षेत्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता है। पटवारियों की अनुपस्थिति के कारण यह प्रमाण पत्र समय पर जारी नहीं हो पा रहे हैं, जिससे विद्यार्थी और उनके अभिभावक परेशान हैं। जनता ने प्रशासन से जल्द से जल्द पटवारियों की कमी को दूर करने और तहसील के कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने की मांग की है।