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जिला, ब्लॉक अध्यक्षों को लेकर नहीं बन रही सहमति

08:37 AM Sep 10, 2023 IST

सुभाष चौहान/हप्र
अम्बाला, 9 सितंबर
अम्बाला जिले में कांग्रेस के जिला व ब्लॉक अध्यक्षों के गठन को लेकर टकराव सामने आ गया है। जिले की 11 सीटों पर पदाधिकारी की घोषणा का मामला केंद्रीय हाईकमान तक पहुंच गया है। हालांकि केंद्रीय पर्यवेक्षक शबीर खान पठान को सहमति बनाने के लिए भेजा गया था लेकिन भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुमारी सैलजा के बीच बंटी अम्बाला कांग्रेस में वे कोई निर्णय फिलहाल नहीं ले सके। जिले में अभी तक अम्बाला शहर व अम्बाला छावनी के साथ अम्बाला ग्रामीण तीन पदों पर जिला अध्यक्ष की नियुक्ति होती है। इसके अलावा 8 ब्लॉक प्रधानों को देहात में हुआ दो ब्लॉक प्रधान अम्बाला शहरी में नियुक्त किए जाते हैं।
इन पदों पर किसका कितना दावा है यह बात हुड्डा व सैलजा के पक्षों के बीच प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है। केंद्रीय पर्यवेक्षक ने सहमति के लिए काफी प्रयास किया लेकिन अम्बाला शहर, अम्बाला छावनी के कांग्रेसियों के बीच बंटी पार्टी में किसी तरह की सहमति नहीं हो सकी। इन बैठकों के दौरान अम्बाला छावनी में सैलजा पक्ष की और से मुख्यत: रोहित जैन, सुधीर जायसवाल, तरुण चुघ तथा बलविंद्र पुनिया काफी सक्रिय रहे। अम्बाला शहर में पूर्व विधायक जसबीर मलोर व अशोक मेहता ज्यादा सक्रिय थे जिन्हें कांग्रेस में हुड्डा गुट के साथ जोड़कर देखा जाता है। इन दोनों ही पक्षों ने अलग-अलग बैठकों में अपने-अपने नाम पर चर्चा की और कहा कि पदाधिकारियों की सूची में इन लोगों को तवज्जो मिलनी चाहिए जिसके चलते केंद्रीय पर्यवेक्षक बिना किसी निर्णय के वापस लौट गए।

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हुड़दंगियों की बन रही सूची

पार्टी सूत्रों से पता चला है कि कांग्रेस की केंद्रीय कमेटी ने उन लोगों की सूची तैयार करने के लिए कहा है जिन्होंने बैठक में हंगामा मचाया है। पार्टी किसी भी सूरत में विरोध की स्थिति नहीं देख सकती इसलिए यह माना जा रहा है कि एक-दूसरे पर लांछन लगाने वाले पदाधिकारियों के खिलाफ जल्द एक्शन होगा।

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