पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की किताबों की छपाई में भारी लापरवाही
कुलदीप सिंह/निस
मोहाली, 1 जुलाई
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए छपवाई गई गणित की किताबों में भारी लापरवाही सामने आई है। बोर्ड ने ‘मैथ वर्ल्ड’ नाम की गणित की किताब के लगभग 20,000 प्रतियां छपवाई हैं, जो सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को मुफ्त बांटी जाती हैं। लेकिन इस छपाई के दौरान जालंधर की एक प्रिंटिंग कंपनी, एस प्रिंटर्स द्वारा बड़ी गलती हुई है। इन किताबों में से कई पर “यह पुस्तक आम बिक्री के लिए नहीं है” नहीं छापा गया, जिससे किताबों की कालाबाज़ारी होने का खतरा पैदा हो गया है। यह नियम बोर्ड द्वारा इसलिए लागू किया गया था ताकि विद्यार्थियों को मुफ्त दी जाने वाली किताबें बाज़ार में न बेची जाएं। अब इस लापरवाही के कारण बोर्ड ने राज्यभर के विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों के इंचार्जों और प्रबंधकों से तुरंत रिपोर्ट मांगी है कि कितनी प्रतियों पर यह लेबल नहीं लगाया गया। रिपोर्टों की जांच के बाद बोर्ड जिम्मेदार प्रिंटर के खिलाफ कार्रवाई करेगा।
शिक्षा बोर्ड के सूत्रों ने बताया कि जिन प्रतियों पर यह लिखा नहीं गया, उनकी तीन गुना कीमत के अनुसार प्रिंटर से जुर्माना वसूला जाएगा। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इस गलती के कारण विद्यार्थियों और स्कूलों को भारी परेशानी हो सकती थी, क्योंकि ये किताबें बाज़ार में आसानी से बेची जा सकती थीं। सूत्रों का यह भी कहना है कि प्रिंटर ने किताबें पूरी छाप दी हैं और इनमें से कई किताबों में बोर्ड के लोगो के साथ “यह पुस्तक आम बिक्री के लिए नहीं है” नहीं छापा गया, पर इनकी कितनी संख्या है, इसका बोर्ड को पता नहीं है, इसलिए सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के इंचार्ज और प्रबंधकों से रिपोर्ट मांगी गई है। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के एक अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि विद्यार्थियों को मिलने वाली मुफ्त सुविधाओं में कोई भ्रष्टाचार या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। रिपोर्ट मिलने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी गलतियों की पुनरावृत्ति न हो।