यूपी में आई ‘मिनी विधानसभा चुनाव’ की नौबत
लखनऊ, 5 जून (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश के आठ विधायकों समेत विधानमंडल के नौ सदस्यों ने लोकसभा चुनावों में जीत दर्ज की है। इससे प्रदेश में एक मिनी विधानसभा चुनाव की संभावना बन गई है। राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश से 13 विधायकों और चार विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) ने लोकसभा चुनाव लड़ा था। इनमें से एक विधान परिषद सदस्य और आठ विधायकों ने जीत हासिल की जबकि तीन एमएलसी और पांच विधायकों को पराजय का सामना करना पड़ा।
लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले विधान मंडल सदस्यों की सीटों पर उपचुनाव कराना होगा। उत्तर प्रदेश में चुनाव हारने वाले मौजूदा विधायकों की संख्या पांच है, जबकि लोकसभा चुनाव में विजयी होने वाले एकमात्र एमएलसी उत्तर प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री जितिन प्रसाद हैं, जिन्होंने पीलीभीत लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। उत्तर प्रदेश के अन्य मंत्री, जो जीत हासिल करने में कामयाब रहे उनमें हाथरस सीट से राजस्व राज्य मंत्री अनूप प्रधान ‘बाल्मीकि’ शामिल हैं। वह अलीगढ़ जिले के खैर विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
लोकसभा चुनाव हारने वाले एक अन्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह हैं। वह राहुल गांधी से हार गए। दिनेश प्रताप सिंह एमएलसी हैं। उत्तर प्रदेश के अन्य एमएलसी सकेत मिश्रा हैं। मैनपुरी जिले के करहल विधानसभा क्षेत्र से मौजूदा विधायक सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कन्नौज लोकसभा सीट से जीत दर्ज की। अपनी-अपनी सीटों से जीत हासिल करने वाले अन्य सपा विधायकों में मुरादाबाद के कुंदरकी से विधायक जियाउर रहमान शामिल हैं। इसी तरह, अंबेडकरनगर के कटेहरी से विधायक वरिष्ठ सपा नेता लालजी वर्मा ने अंबेडकर नगर लोकसभा सीट पर भाजपा के रितेश पांडे को हराया। अपनी-अपनी लोकसभा सीटों से जीतने वाले अन्य भाजपा विधायकों में फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक प्रवीण पटेल भी शामिल हैं।
इसी तरह भाजपा विधायक अतुल गर्ग ने गाजियाबाद लोकसभा सीट जीती। निषाद पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिंद ने भाजपा के टिकट पर भदोही लोकसभा सीट जीती। मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के विधायक चंदन चौहान ने बिजनौर लोकसभा सीट जीती। विधानसभा उपचुनावों में भाजपा और सपा अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में विजयी रहे।