अग्निवीर भर्ती योजना में बदलाव की दरकार, युवाओं की सरकार से गुहार
प्रदीप साहू/हप्र
चरखी दादरी, 7 जुलाई
अग्निपथ योजना आने के बाद से हरियाणा और पंजाब से भारतीय सेना में जाने का युवाओं में आकर्षण कम होता जा रहा है। पश्चिमी हरियाणा के कुछ जिले जैसे जींद, हिसार और भिवानी में युवा चार साल की सैन्य सेवा के बजाय विदेश जाने को प्राथमिकता दे रहे हैं।
फौजियों के क्षेत्र के रूप में विख्यात चरखी दादरी जिले से बड़ी संख्या में लोग सेना में जाते रहे हैं, मगर बीते दो वर्षों में तस्वीर बिल्कुल बदल गई है। अग्निवीर भर्ती के चलते अब यहां पर सेना भर्ती की तैयारी करने वाले युवाओं की संख्या में भारी कमी दर्ज की गई है। युवाओं की अग्निवीर को लेकर टीस सामने आई और उन्होंने सरकार से भर्ती नियमों में बदलाव की मांग उठाई है।
बता दें कि लाेकसभा में सांसद राहुल गांधी की ओर से अग्निवीर भर्ती योजना को लेकर मुद्दा उठाया गया है। विपक्ष बहुत पहले से अग्निवीर भर्ती योजना में बदलाव की मांग करता आ रहा है। अग्निवीर भर्ती के लिए प्रैक्टिस कर रहे युवाओं का कहना है कि वे तैयारियां जरूर कर रहे हैं, शायद भर्ती नियमों में बदलाव हो।
युवा राहुल कुमार व सुमित का कहना है कि उनको अपने भविष्य को लेकर चिंता है कि नौकरी के चार साल खत्म होने के बाद घर कैसे चलेगा। हमें जब आर्थिक सुरक्षा ही नहीं मिलेगी तो क्या फायदा। अगर नौकरी के पहले रिटायरमेंट की चिंता करनी पड़ेगी तो देश की सेवा कैसे कर पाएंगे। वहीं लड़कियों ने कहा कि सेना में जाने की इच्छा थी मगर अग्निवीर भर्ती से उनका सपना टूट गया है। अनिता का कहना है कि संसद में नेता लड़ रहे, युवाओं की कोई चिंता नहीं है। राहुल गांधी ने संसद में मुद्दा उठाया है तो अग्निवीर भर्ती का दायरा बढ़ने की संभावना नजर आ रही है। युवाओं ने सरकार से गुहार लगाई कि अग्निवीर भर्ती को सेना भर्ती के तर्ज पर सुविधाएं मिलें। वहीं कोच राजेश तक्षक का कहना है कि अग्निवीर भर्ती शुरू होने के बाद से युवाओं का जोश कम हो गया है। अब युवा दूसरी नौकरियों की ओर रूख कर रहे हैं। सरकार को अग्निवीर भर्ती के नियमों में बदलाव करना चाहिए ताकि युवाओं में देश सेवा का जज्बा बढ़ सके।