शक्ति के विनाशकों और उपासकों के बीच है लड़ाई : मोदी
जगतियाल (तेलंगाना), 18 मार्च (एजेंसी)
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के ‘शक्ति’ वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ पर जमकर निशाना साधा। यहां एक रैली में उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में लड़ाई ‘शक्ति के विनाशकों’ और ‘शक्ति के उपासकों’ के बीच है।
प्रधानमंत्री ने कहा, चुनाव घोषित होने के बाद रविवार को मुंबई में ‘इंडी’ अलायंस ने अपना घोषणापत्र जाहिर करते हुए कहा कि उनकी लड़ाई ‘शक्ति’ के खिलाफ है। मेरे लिए हर मां-बेटी शक्ति का रूप है। मैं आपकी शक्ति के रूप में पूजा करता हूं। भारत मां का पुजारी हूं। और जिन्होंने कल शिवाजी पार्क में... शक्ति को खत्म करने की बात कही... मैं उनकी चुनौती को स्वीकार करता हूं। मैं शक्ति स्वरूपा माताओं-बहनों के लिए जान की बाजी लगा दूंगा... जीवन खपा दूंगा।
उन्होंने जनसमूह से पूछा कि क्या भारत की धरती पर कोई ‘शक्ति’ के विनाश की बात कर सकता है? और क्या ‘शक्ति’ का विनाश हमें मंजूर है? मोदी ने कहा कि पूरा हिन्दुस्तान ‘शक्ति’ की आराधना करता है और उनकी सरकार ने तो चंद्रयान की सफलता को भी ‘शिव शक्ति’ का नाम दिया।
अर्थ बदलने की कोशिश : राहुल
नयी दिल्ली (एजेंसी) : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी बातों का अर्थ बदलने की कोशिश की है, जबकि उन्होंने जिस शक्ति का उल्लेख किया था उसका ‘मुखौटा’ प्रधानमंत्री खुद हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि जिस शक्ति के खिलाफ वह लड़ने की बात कर रहे हैं, उसने सभी संस्थाओं और संवैधानिक ढांचे को अपने चंगुल में दबोच लिया है। राहुल गांधी ने रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, ‘हिन्दू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं... एक शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है कि वह शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है...सही है कि राजा की आत्मा ईवीएम में है... हिंदुस्तान की हर संस्था में है। ईडी में है, सीबीआई में है, आयकर विभाग में है।’