खास वजहें हैं हेलसिंकी के सबसे खुश शहर होने की
अमिताभ स.
लगातार बीते 6 सालों से फिनलैंड को दुनिया के सबसे खुश देश और इसकी राजधानी हेलसिंकी को सबसे खुश शहर का दर्जा हासिल है। यूरोप के हसीन देश फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी की आबादी महज 6 लाख है। शायद इसीलिए यहां दुनिया के सबसे हैपी लोग रहते हैं। दिल्ली से हेलसिंकी के लिए फिनएयर की उड़ान में बैठते ही स्ट्राबेरी पेश की जाती है। तभी लगने लगता है कि दुनिया के सबसे हैपी देश फिनलैंड की राजधानी में जा रहे हैं।
यूं भी, हेलसिंकी का मौसमी मिज़ाज़ इस कदर हसीन है कि साल के लगातार 51 दिन सूरज नहीं निकलता, 121 दिन मूसलाधार बारिश नहीं थमती और 101 दिन बर्फ ही बर्फ पड़ती है। लेकिन फिक्र किसे है, मस्तमौला शहर अपनी ही धुन में है। एक खास बात और है कि अप्रैल से अगस्त के बीच हेलसिंकी में अंधेरे के बिना रातें होती हैं। इन्हें ‘व्हाइट नाइट्स’ भी कहते हैं। क्योंकि सूरज रात 11 बजे बमुश्किल ढलता है और तड़के 3-साढ़े 3 बजे उदय हो जाता है। बीच के 3-4 घंटे भी घुप्प अंधेरा नहीं होता। इससे उलट जनवरी से मार्च के दौरान सूरज के दर्शन ही दुर्लभ हो जाते हैं, दोपहर 12-1 बजे कहीं सूरज निकलता है और दो-ढाई घंटे के बाद अस्त हो जाता है-फिर अंधेरा ही अंधेरा। सितम्बर से दिसम्बर के बीच बारिशें होती हैं और बर्फ पड़ती है।
सोना बाथ का शहर
हेलसिंकी की सैर का बेस्ट जरिया है हॉप ऑन हॉप ऑफ बस टूर। एक दिन, दो दिन या तीन दिन का पास लीजिए और निकलिए शहर के चप्पे-चप्पे की असीमित सैर पर। सबसे पहले पहुंचते हैं हेलसिंकी कैथेड्रल में। इसे सेंट निकोलस चर्च भी कहते हैं। यह हेलसिंकी का लैंडमार्क है और यहीं सबसे ज्यादा फोटोशूट होते हैं। सामने लम्बा-चौड़ा सेनेट स्क्वेयर है, जहां बेंच पर बैठ कर सुस्ता सकते हैं। स्क्वेयर के बीचोंबीच टसार अलेग्जेंडर की प्रतिमा लगी है। इनके दौर में ही, फिनिश भाषा और फिनिश मार्क करेंसी का श्रीगणेश हुआ था। आगे सेबिलियूस मॉन्यूमेंट पार्क में आधा-एक घंटे पैदल टहलिए। डिजाइन म्यूजियम में झांकना दिलचस्प है। यहां नोकिया मोबाइल के शुरुआती मॉडल देखने का मौका मिलता है। बात दें कि किसी जमाने में दुनिया का नंबर वन मोबाइल निर्माता नोकिया और कोने लिफ्ट निर्माता फिनलैंड के ही हैं। यूपेनसिकी समूचे यूरोप की सबसे बड़ी ऑर्थोडॉक्स चर्च है।
हेलसिंकी समेत समूचे फिनलैंड में सोना बाथ केन्द्रों की भरमार है। 60 लाख आबादी वाले देश में 20 लाख से ज्यादा सोना बॉथ सेंटर हैं। दुनिया के बेस्ट सोना बाथ का खजाना यहीं है। सोना बाथ के अंतर्गत स्टीम रूम में नग्न बैठते हैं, फिर नहाते हैं। डिम रोशनी होती है और रिलेक्स करते हैं। सोशल मीटिंग्स के लिए भी यह बेस्ट जगह मानी जाती है। कई ऑफिशल मीटिंग्स भी यहां होती हैं। हनीमून जोड़ों के लिए नायाब अनुभव है।
बैरी खाने के शौकीन
छोटे से हेलसिंकी में 29 खूबसूरत बीच हैं। जून, जुलाई और अगस्त में रौनकें शबाब पर रहती हैं। यहां-वहां 900 से ज्यादा रेस्टोरेंट और कैफे हैं। खाने-पीने वाले गली या फुटपाथ पर लगे टेबल-कुर्सियों पर बैठ कर फूड-ड्रिंक्स का लुत्फ लेते हैं। आइसक्रीम और हॉट कॉफी के स्टॉल सबसे ज्यादा हैं। यूं भी, फिनिश लोग आइसक्रीम खाने और कॉफी पीने के खासे शौकीन माने जाते हैं। साल 1922 में, हेलसिंकी में फिनलैंड की पहली आइसक्रीम फैक्टरी लगी थी। ज्यादातर लोग स्ट्राबेरी, ब्लूबैरी, चैरी वगैरह तमाम वैरायटीज की बैरी चाव से खाते हैं। जगह-जगह चैरी, बैरी वगैरह के स्टॉल लगे मिलते हैं। नॉन-वेजेटेरियन रेंडियर का गोश्त खाना पसन्द करते हैं।
नलों का पानी पीने लायक है, नल के पानी को फिल्टर करने की वहां जरूरत नहीं है। हालांकि वहां लोग स्टिल और स्पार्कलिंग दोनों तरह का पानी पीते हैं। स्टिल पानी तो सादा है, लेकिन स्पार्कलिंग में सोडा वॉटर की भांति हल्के बुलबुले उड़ते हैं। लोग सुबह की शुरुआत ब्लैक कॉफी से करते हैं।
हेलसिंकी का दिल है एस्प्लेनेड पार्क। बीचोंबीच रूने बैरी की प्रतिमा लगी है। बता दें कि रूने बैरी ने फिनलैंड का राष्ट्रीय गीत ‘आर लैंड...’ लिखा था। लोगबाग यहां लंच टाइम में पिकनिक मनाते हैं। यहां-वहां आइसक्रीम वाले खड़े रहते हैं, आते-जाते लोग आइसक्रीम का मजा लेते हैं। हरे-भरे माहौल में, सफेद राजहंस उड़-उड़ कर माहौल को और भी हसीन बना देते हैं। यही स्वेन फिनलैंड का राष्ट्रीय पक्षी है। नजदीक ही फ्लाइंग सिनेमा है। यहां जॉइंट व्हील है, जिस पर बैठ कर, ऊंचाई से हेलसिंकी के नजारे देखने का मौका मिलता है।
पुराना भी, नया भी
हेलसिंकी पुराना शहर है। तमाम इमारतों का पुराना स्वरूप आज भी कायम है और लुभाता है। हेलसिंकी की खोज 1550 में हुई और तब करीब 2000 लोगों को बसाया गया। यह 1812 में फिनलैंड की राजधानी बना। हेलसिंकी में बाकायदा पोर्ट है, बड़े-बड़े समुद्री जहाज़ लंगर डालते हैं। हेलसिंकी पुलों से कई टापुओं को जोड़-जोड़ कर बना है। आरके पेलगो बीच बेस्ट है।
हेलसिंकी में घूमने-फिरने के लिए ट्राम है, मेट्रो है और बसें भी हैं। सेंट्रल रेलवे स्टेशन शहर के बीच में है। टैक्सी हैं, लेकिन इनका सफर महंगा पड़ता है। शहर में फैले 140 स्टैंडों से घूमने को लिए उधार में साइकिलें भी मिलती हैं। फुटपॉथ आधे-आधे हिस्से में बंटी है- आधा पैदल और आधा साइकिल वालों के लिए, हर उम्र के लोग बढ़-चढ़कर साइकिल दौड़ाते हैं। भारत से उलट वहां राइट हैंड ड्राइव है- यानी वाहन सड़क के दाईं तरफ चलते हैं। ट्रैफिक पुलिस कहीं नज़र नहीं आता। फिर भी, ट्रैफ़िक सिग्नलों की भरमार है। सड़कों पर पैदल चलने वालों का राज़ है। बुजुर्ग भी दो-दो लाठियां लिए दौड़े फिरते हैं। कारें, बसें और ट्राम तक पैदल सड़क पार करने वालों की कद्र करते हैं और उन्हें पहले जाने देते हैं। पैदल चलने वालों की इतनी कद्र है कि जेब्रा क्रॉसिंग पर सड़क पार करते देख ट्राम तक ब्रेक लगा देती है।
कैसे बनता है कोई हैपी देश
हर साल 20 मार्च को हैपी देशों और शहरों का ऐलान होता है। लगातार छठी दफा फिनलैंड और इसकी राजधानी हेलसिंकी दुनिया का सबसे खुश देश और शहर बन चुके हैं। उल्लेखनीय है कि हैपीनेस रैंकिंग इंडेक्स वैल्यू पर निर्धारित होती है। यह प्रति व्यक्ति आय, स्वस्थ जीवन स्तर, सामाजिक सुरक्षा, चुनने की आज़ादी, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा पर निर्भर करता है।
हैपी देशों का चयन हर साल 20 मार्च को इंटरनेशनल डे ऑफ हैपीनेस पर किया जाता है। मौजूदा हालात में खुश रह पाना सचमुच सबसे जटिल होता जा रहा है।
छोटी-मोटी बातें
दिल्ली से हेलसिंकी का हवाई दूरी करीब 5,250 किलोमीटर है। सीधी उड़ान से दिल्ली टु हेलसिंकी पहुंचने में करीब पौने 7 घंटे लगते हैं। समय के लिहाज से हेलसिंकी ढाई घंटे पीछे है। उत्तरी यूरोप का देश है फिनलैंड और फिनलैंड की राजधानी है हेलसिंकी। फिनलैंड का क्षेत्रफल करीब 3,90,900 वर्ग किलोमीटर है और 1,88,000 से ज्यादा झीलें हैं। करीब 75 फीसदी इलाका जंगलों से घिरा है। इसी से, फिनलैंड की खूबसूरती और आबोहवा का अंदाजा लग जाता है। कागज़, गत्ता और टिम्बर का खूब उत्पादन होता है। करेंसी यूरो है। 88 फीसदी से ज्यादा लोग फिनिश बोलते, पढ़ते और लिखते हैं। सभी अंग्रेजी भी बोलते-समझते हैं। फिनलैंड में 200 सदस्यों की पार्लियामेंट है। आम चुनाव हर 4 साल बाद होते हैं। राष्ट्रपति का कार्यकाल 6 साल होता है।