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सिटी ब्यूटीफुल में आबादी से ज्यादा वाहन

05:00 AM Jun 30, 2025 IST
सिटी ब्यूटीफुल में आबादी से ज्यादा वाहन
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नितिन जैन/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 29 जून
सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में एक तरह से रिकॉर्ड बन गया है कि यहां इंसानों से ज्यादा वाहन हैं। यहां देश में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति वाहन घनत्व है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच साल में चंडीगढ़ में 2.03 लाख नये वाहन पंजीकृत हुए। देश के पहले नियोजित शहर में पंजीकृत वाहनों की कुल संख्या 14.27 लाख से ज्यादा है, जबकि यहां की अनुमानित आबाद करीब 13 लाख है। 114 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले शहर में प्रत्येक शहरवासी के पास एक से अधिक वाहन हैं।
एक जनवरी 2020 से इस साल 31 मई तक शहर में 2,02,667 वाहन पंजीकृत हुए हैं। शहर की सड़कों पर हर महीने औसत 3118 और रोजाना औसतन 104 नये वाहन आते हैं। उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने रविवार को 'द ट्रिब्यून' को बताया कि 2020 से उपलब्ध पंजीकरण आंकड़ों के अनुसार, चंडीगढ़ में औसतन 104 वाहन रोजाना पंजीकृत हुए हैं। नये वाहनों के अलावा, शहर की सड़कों पर 15 साल पुराने वाहनों को चलाने की अवधि में भी तेजी आ रही है और 2024 में लगभग 20 हजार ऐसे वाहनों को विस्तार मिल रहा है, जो पिछले पांच वर्षों में सबसे अधिक है। इस साल 31 मई तक यहां 9000 अन्य पुराने वाहनों को विस्तार दिया गया है। 2023 में 16600, 2022 में 11775, चंडीगढ़ में स्टेटस सिंबल बन चुके फैंसी नंबरों का क्रेज चरम पर है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल ही में यहां एक व्यक्ति ने सीएच01सीजेड0001 रजिस्ट्रेशन नंबर पाने के लिए 31 लाख रुपये का भुगतान किया। चंडीगढ़ प्रशासन के परिवहन विभाग द्वारा संचालित पंजीकरण और लाइसेंसिंग प्राधिकरण (आरएलए) में वाहनों के पंजीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने, विभिन्न परमिट जारी करने और रोड टैक्स वसूलने के लिए फैंसी नंबरों के लिए प्राप्त यह सबसे बड़ी बोली थी।

आरएलए ने 2020 से मई 2025 के बीच 38155 फैंसी नंबर बेचकर 56.97 करोड़ रुपये की कमाई की है। पिछले पांच साल में फैंसी नंबरों के लिए सबसे ज्यादा बोलियां 2025 में सीएच01सीजेड0001 के लिए 31 लाख रुपये, 2024 में सीएच01सीवी0001 के लिए 23.7 लाख रुपये, 2023 में सीएच01सीटी0001 के लिए 17.3 लाख रुपये, 2022 में सीएच01सीएच0001 के लिए 22.02 लाख रुपये, 2021 में सीएच01सीई0001 के लिए 13.17 लाख रुपये और 2020 में सीएच01सीसी0001 प्राप्त करने के लिए 8 लाख रुपये शामिल है। आरएलए ने अपनी सभी सेवाओं से 1262.63 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। 2020 से मई 2025 तक। पिछले पांच साल के दौरान इसने औसतन 971 प्रति माह की दर से 63096 नये ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए।

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सबसे महंगे वाहन

चंडीगढ़ का अमीर और इलीट वर्ग महंगे वाहनों पर भारी रकम खर्च करता है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले पांच साल के दौरान शहर में पंजीकृत शीर्ष दस सबसे महंगे वाहनों की क्रमश: कीमत 4.99 करोड़ रुपये, 4.66 करोड़ रुपये, 4.13 करोड़ रुपये, 4 करोड़ रुपये, 3.82 करोड़ रुपये, 3.77 करोड़ रुपये, 3.62 करोड़ रुपये, 3.57 करोड़ रुपये, 3.48 करोड़ रुपये और एक अन्य की कीमत 3.38 करोड़ रुपये रही। इन टॉप एंड वाहनों में आयातित इनफिनिटी 750एस स्पाइडर, रोल्स रॉयस कलिनन, लेम्बोर्गिनी हुराकैन और बेंटले के विभिन्न मॉडल शामिल थे, जिनमें से अधिकतर फ्लाइंग स्पर शामिल है। एक क्लासिक मामले में यहां के एक व्यक्ति ने अपनी 15 लाख रुपये की गाड़ी के लिए 22.02 लाख रुपये का फैंसी नंबर खरीदा।

छह विंटेज वाहन

चंडीगढ़ में छह पंजीकृत विंटेज वाहन हैं। इनमें ऑस्टिन 40, ऑस्टिन 8, मॉरिस माइनर 1000, स्टैंडर्ड गजल, फिएट 1100 और एक राजदूत मोटरसाइकिल शामिल है। इन सभी को नयी सीरीज सीएचवीएएए के अनुसार पंजीकरण संख्या फिर से जारी की गई है, जो विशेष रूप से विंटेज वाहनों के लिए है। डिप्टी कमिश्नर निशांत कुमार यादव ने कहा कि  हर दिन 100 से अधिक नये वाहन सड़कों पर उतर रहे हैं। इससे चंडीगढ़ में वाहनों की संख्या बढ़ रही है। पहले ही आबादी को पार कर चुकी वाहनों की संख्या में वृद्धि से शहर के सड़क ढांचे पर भारी दबाव पड़ रहा है।

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'' हर दिन 100 से अधिक नये वाहन सड़कों पर उतर रहे हैं। इससे चंडीगढ़ में वाहनों की संख्या बढ़ रही है। पहले ही आबादी को पार कर चुकी वाहनों की संख्या में वृद्धि से शहर के सड़क ढांचे पर भारी दबाव पड़ रहा है। ''
- निशांत कुमार यादव, डिप्टी कमिश्नर

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