ग्रामीणों ने स्कूल को जड़ा ताला, की नारेबाजी
कैथल, 6 अप्रैल (हप्र)
गांव बदनारा स्कूल में शिक्षकों की कमी से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को राजकीय प्राइमरी स्कूल को ताला जड़ दिया और शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप था कि पिछले करीब 3 वर्षों से उनके गांव के प्राइमरी स्कूल में दो ही शिक्षक हैं। अब एक का करनाल जिले में तबादला हो गया। ऐसे में एक टीचर पांच कक्षाओं को भला पढ़ाए तो कैसे पढ़ाए।
ग्रामीण राजेेन्द्र कुमार, कंवरपाल, इशम सिंह, जसमेर ने बताया कि उनके गांव के हाई स्कूल के कैंपस में ही राजकीय प्राथमिक पाठशाला भी चलती है। पांच कक्षाओं को पढ़ाने के लिए एक शिक्षक पर्याप्त नहीं है। अकेला शिक्षक बच्चों को पढ़ाए, मिड-डे-मील बनाए, लिपिकीय कार्य करे या फिर गांव में जाकर परिवार पहचान पत्र बनाए। सबको शिक्षित करने का नारा देने वाली भाजपा सरकार के राज में कक्षा पहली से पांचवीं तक पढ़ने वाले 104 छात्रों का भविष्य अंधकार में है। जैसे ही ग्रामीणों को स्कूल के 2 शिक्षकों में से एक के तबादले की सूचना मिली तो सुबह ही ग्रामीण स्कूल पहुंच गए और नारेबाजी करते हुए उन्होंने स्कूल के मुख्य गेट को ताला जड़ दिया। ग्रामीणों की मांग है कि या तो तबादला किए गए टीचर को पुन: स्कूल में लगाया जाए या फिर दो तीन अन्य टीचरों की नियुक्ति भी इस स्कूल में की जाए ताकि उनके बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से हो सके। ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल में सफाई कर्मचारी तक नहीं है। ऐसे में टीचर ही स्कूल में आकर सफाई करता है।
मिला आश्वासन
स्कूल को ताला लगाने की सूचना पाकर मौके पर गांव के सरपंच राजीव कुमार पहुंचे। उन्होंने वहां पहुंचकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को सूचित किया। स्कूल में तालाबंदी की सूचना जब पूंडरी खंड शिक्षा अधिकारी को मिली तो उन्होंने हाबड़ी स्कूल के प्रिंसिपल जसमेर व सिरसल के प्रिंसिपल परमजीत को मौके पर भेजा। दोनों ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर स्कूल का ताला खुलवाया। उन्होंने स्कूल में शीघ्र ही टीचरों की नियुक्ति करने का आश्वासन दिया।