जेबीटी अध्यापक के निलंबन का संघ ने किया विरोध
फतेहाबाद, 26 अप्रैल (हप्र)
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने जेबीटी अध्यापक देवेंद्र के निलंबन की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए इसे जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी की मनमानी बताया। जब संघ ने निलंबन बारे जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो उनका फोन स्विच ऑफ रहा।
जिला प्रधान राजपाल मित्ताथल ने बताया कि अध्यापक का दोष मात्र इतना था कि वह अपनी भाई की टीजीटी अध्यापक के पद से कार्यरत पत्नी के डेढ़ माह से लंबित पड़े मेडिकल बिल का पता लगाने गया था। इस पर जब अध्यापक ने कार्यालय के लिपिकीय कर्मचारियों से जानकारी लेनी चाही तो उसे जानकारी देने के बजाय उल्टा अध्यापक को कहा कि वे ऑफिस में आ ही नहीं सकते। वह उसे सस्पेंड करवा देंगे और हुआ भी यही। अध्यापक नेताओं ने कहा कि शिक्षा अधिकारी ने अपने दफ्तर के लिपिकों की एकतरफा बात सुनकर राजकीय प्राथमिक पाठशाला, ढाणी मेहूवाला के अध्यापक देवेन्द्र जेबीटी को निलंबित कर दिया जबकि अधिकारी को चाहिए था कि वह पहले अध्यापक को बुलाकर उससे बातचीत करते। अध्यापक संघ ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही अध्यापक को बहाल नहीं किया गया तो संघ जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन को मजबूर होगा।
उन्होंने मांग की कि शिक्षा अधिकारी अध्यापक को बुलाकर मामले की जांच करें और उसे तुरंत बहाल किया जाए।
बैठक में एसकेएस जिला प्रधान भूप सिंह भड़ोलावाली, कोषाध्यक्ष जगजीत मुडाही, सह सचिव देवीलाल, ऑडिटर भगत सिंह बेनीवाल, कार्यालय सचिव राधेश्याम, सभी ब्लॉकों के प्रधान और सचिव के अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन के जिला प्रधान विनोद कुमार भडोलावाली और सुभाष ने भी हिस्सा लिया।