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लोक कलाकारों के वाद्य यंत्रों की धुनों ने बदली ब्रह्मसरोवर की फिजा

08:45 AM Dec 20, 2023 IST
लोक कलाकारों के वाद्य यंत्रों की धुनों ने बदली ब्रह्मसरोवर की फिजा
कुरुक्षेत्र में हरियाणवी पैवेलियन में लोगों का मनोरंजन करते कलाकार। -हप्र
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कुरुक्षेत्र, 19 दिसंबर (हप्र)
ब्रह्मसरोवर पर प्रदेश के कोने-कोने से लुप्त होने के कगार पर पंहुचे वाद्य यंत्रों की धुनों को सहजता से सुना जा सकता है। इस बार अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2023 में लोक कलाकारों ने अपने वाद्य यंत्रों की धुनों से ब्रह्मसरोवर की फिजा को बदलने का काम किया है।
इस सरोवर के पावन तट पर कहीं जंगम जोगी, कहीं नगाड़ा-बीन और कहीं सारंगी की धुनों को सुनकर पर्यटक मस्ती से झूम रहे हैं, तो कहीं रंग-बिरंगे, चमकते परिधानों में सजे कलाकारों संग फोटो लेने का क्रेज भी पर्यटकों के सिर चढ़कर बोल रहा है।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित हरियाणा पैवेलियन हरियाणा में हरियाणा की छपाई कला को एक बार फिर पुनर्जीवित कर दर्शकों तक पहुंचाया जा रहा है।
कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम विभाग द्वारा आयोजित हरियाणा पैवेलियन हरियाणा की लोक संस्कृति के साथ-साथ हरियाणवी जुलाहा की बुनाई कला को जोड़ रहा है दर्शकों से। पुरुषोत्तमपुरा बाग में कुवि व केडीबी द्वारा बनाए गए हरियाणा पैवेलियन में यूनिवर्सिटी सीनियर सेकेंडरी मॉडल स्कूल के छात्रों का शुगर मिल पर आधारित मीठा गन्ना का मॉडल सबके आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
हरियाणा पैवेलियन में हरियाणवी रसोई में चूरमा व गुड़ का हलवा सबकी मन पसंद बना हुआ है। हरियाणवी व्यंजनों के स्वाद ने हरियाणवी संस्कृति के रंग को और रंगीन बना दिया है। पैवेलियन में आने वाले लोग हरियाणा की लोक संस्कृति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के साथ-साथ हरियाणवी व्यंजनों का स्वाद भी चख रहे हैं।
हरियाणा पैवेलियन में हरियाणवी संस्कृति की धूम रही। हरियाणा लोक गायन की विभिन्न शैली एवं हरियाणवी संस्कृति के विभिन्न आयाम को हरियाणवी लोक कलाकारों ने अपने गीतों एवं नृत्य के द्वारा अवगत करवाया। बता दें कि पुरुषोत्तमपुरा बाग ब्रह्मसरोवर में सांस्कृतिक कार्यक्रमों (हरियाणा कला परिषद)का आयोजन कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड व युवा एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र द्वारा आयोजित करवाया जा रहा है।
असम पवेलियन के द्वारा पर्यटकों को नजदीक से असम की संस्कृति, लोक कला को देखने का अवसर मिल रहा है। असम के प्रसिद्ध कामाख्या मंदिर से लेकर भगवान कृष्ण की लीलाओं का वर्णन चित्रों के माध्यम से प्रदर्शनी स्थल पर किया गया है, जो कि यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है।

गीता के श्लोकों ने मानवता को दिया आध्यात्मिक ज्ञाान : भारत भूषण भारती

कुरुक्षेत्र में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित करते आयोजक। -हप्र

कुरुक्षेत्र, 19 दिसंबर (हप्र)
मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार भारत भूषण भारती ने कहा कि धर्मक्षेत्र कुरुक्षेत्र का एक पौराणिक और आध्यात्मिक इतिहास रहा है। इस धरा पर जहां भगवान श्रीकृष्ण ने मोहग्रस्त अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया, वहीं पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोकों ने मानवता को आध्यात्मिक ज्ञान प्रदान किया है।

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कुरुक्षेत्र में पुरुषोत्तम पुरा बाग में आयोजित भजन संध्या में भावप्रवण प्रस्तुति के दौरान एक कलाकार। -हप्र

इसके साथ-साथ अनेक महान संतों के पैर इस धरा पर पड़े। वे मंगलवार को देर सायं ब्रहमसरोवर पुरुषोत्तमपुरा बाग में महोत्सव के गीता महाआरती कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इससे पहले भारती व अन्य ने पुरुषोत्तमपुरा बाग में सायं कालीन सांस्कृतिक संध्या का दीप प्रज्वलित करके शुभारंभ किया। इस दौरान भारत भूषण भारती ने प्रसिद्ध कलाकार मोरा लाला और निधि शर्मा को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस सांस्कृतिक संध्या में सुप्रसिद्घ कलाकार मोरा लाला ने संत कबीर की वाणी को अपने शब्दों में पिरोकर प्रस्तुत किया। इस प्रस्तुति के साथ प्रसिद्ध कलाकार निधि शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण-राधा से जुड़े भजनों को प्रस्तुत करके दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इन दोनों प्रस्तुतियों की दर्शकों ने खूब सराहना की है।

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