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लोगों को निकालने की समय सीमा नहीं बढ़ेगी

12:18 PM Aug 25, 2021 IST

काबुल/वाशिंगटन, 24 अगस्त (एजेंसी)

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अमेरिका को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से लोगों को निकालने का काम पूरा कर लेने का आदेश्ा देते हुए तालिबान ने साफ तौर पर कहा कि यह समय सीमा नहीं बढ़ायी जाएगी। बाइडेन प्रशासन ने अफगानिस्तान से सभी अमेरिकी सैनिकों की वापसी के लिए 31 अगस्त की तारीख तय की है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने प्रेस वार्ता में कहा कि उनका समूह समय सीमा ‘बढ़ाए जाने की बात नहीं’ स्वीकार करेगा। मुजाहिद ने कहा कि देश में जनजीवन सामान्य हो रहा है, लेकिन हवाईअड्डे पर अव्यवस्था की समस्या बनी हुई है। मुजाहिद ने अमेरिका से अपील की कि वह अफगान लोगों को देश छोड़ने के लिए न उकसाए। उन्होंने कहा कि तालिबान हर मामले का हल बातचीत से निकालना चाहते हैं और विदेशी दूतावासों को भी काम बंद नहीं करना चाहिए, हम उन्हें सुरक्षा का यकीन दिलाते हैं।

मुजाहिद ने कहा कि उन्हें तालिबान और ‘सीआईए’ के बीच किसी भी बैठक की जानकारी नहीं है। हालांकि मुजाहिद ने इस तरह की किसी बैठक से इनकार भी नहीं किया।

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दरअसल ऐसी सूचनाएं है कि अमेरिका की केन्द्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक ने तालिबान के नेता अब्दुल गनी बरादर के साथ काबुल में सोमवार को एक गुप्त बैठक की थी। मंगलवार को वाशिंगटन में मीडिया की एक खबर में यह जानकारी दी गई है। बताया गया है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली उच्च स्तर की बैठक थी। ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि सीआईए के निदेशक विलियम जे बर्न्स ने सोमवार को काबुल में बरादर के साथ एक गुप्त बैठक की। माना जा रहा है कि चर्चा में 31 अगस्त की निकासी समय सीमा भी एक मुद्दा थी।

मोदी ने की रूसी राष्ट्रपति से बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात कर अफगानिस्तान के हालात के साथ-साथ भारत-रूस के द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, ‘अफगानिस्तान के ताजा हालात पर मेरे मित्र राष्ट्रपति पुतिन से विचारों का उपयोगी और विस्तृत आदान-प्रदान हुआ। हम लोगों ने कोविड-19 के खिलाफ भारत-रूस सहयोग सहित द्विपक्षीय एजेंडे से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। महत्वपूर्ण मुद्दों पर विमर्श जारी रखने पर दोनों सहमत हुए।’

‘जी-7’ की आपात बैठक

जी-7 समूह के नेताओं ने डिजिटल तरीके से आपातकालीन बैठक की। इसके बाद जारी संयुक्त बयान में यह संकेत दिया गया है कि अमेरिकी नेतृत्व वाले नाटो सैनिकों को 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से निकालने की समय सीमा टूट सकती है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने बैठक के बाद कहा कि जी-7 सदस्यों की शर्त है कि तालिबान यह गारंटी दे कि जो लोग समय सीमा के बाद निकलना चाहते हैं, उन्हें सुरक्षित निकासी दी जाए।

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