नारनौल, 2 मार्च (हप्र)हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ हल्की बारिश, बूंदा-बांदी और ओलावृष्टि के बाद रविवार को क्षेत्र से आगे निकल गया है। हवाओं की दिशा एक बार फिर बदलने और तेज धरातलीय हवाएं चलने से क्षेत्र के तापमान में गिरावट बाई है। सोमवार को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर सक्रिय होने से 3-4 मार्च को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर हल्की बारिश व बर्फबारी हो सकती है। साथ ही मैदानी इलाकों विशेषकर एनसीआर, दिल्ली व हरियाणा में पंचकूला, अंबाला यमुनानगर कुरुक्षेत्र और सिरसा, फतेहाबाद, हिसार में छिटपुट बूंदाबांदी की संभावना है।शेष हरियाणा एनसीआर में कहीं-कहीं आंशिक बादलवाही और तापमान में उतार चढ़ाव देखने को मिलेगा। 4 मार्च को यह मौसम प्रणाली भी इलाके से आगे निकल जाएगी। मैदानी राज्यों में उत्तरी पश्चिमी और धरातलीय हवाएं चलने से दिन और रात के तापमान में और गिरावट आएगी। रविवार सुबह से इलाके में हवाओं की दिशा में बदलाव यानी उत्तरी पश्चिमी होने और सुबह से तेज गति 10-15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धरातलीय हवाएं चलने से दिन और रात के तापमान में गिरावट देखने को मिल रही है। नारनौल और महेंद्रगढ़ का दिन और रात का तापमान क्रमश 13.0 डिग्री व 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।संकट के समय सरकार किसानों के साथ : यादवनारनौल (हप्र) : विधायक एवं पूर्व मंत्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि भाजपा शासन में किसानों के हित पूरी तरह सुरक्षित है। सरकार ने शुक्रवार देर सांय क्षेत्र में हुई ओलावृष्टि एवं बारिश से किसानों की फसल के नुकसान की भरपाई के आदेश दे दिए हैं। सोमवार से पोर्टल खोल दिया जाएगा, जिस पर किसान अपनी फसल के नुकसान की जानकारी अपलोड कर सकेंगे। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने संबंधित अधिकारियों को आदेश दिए हैं। विधायक ने बताया कि उन्होंने भी महेंद्रगढ़ में ओलावृष्टि से नुकसान का किसानों से जानकारी लेकर आकलन किया है और मुख्यमंत्री को इस बारे में अवगत करा दिया है। उन्होंने कहा है कि संकट के समय में किसान अपने आप को अकेला ना समझे भाजपा सरकार उनके साथ मजबूती से खड़ी है। विधायक ने कहा कि उन्होंने पूर्व में भी महेंद्रगढ़ जिले में हुए नुकसान की गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिलवाया था।ओलावृष्टि, बारिश से जींद में भारी नुकसानजींद, (हप्र) : जींद में शुक्रवार रात को 25 से ज्यादा गांवों में 15 से 20 मिनट तक ओले पड़े। इससे खेतों में खड़ी सरसों की फसल झड़ गयी। तेज हवाओं से गेहूं की फसल बिछ गई। खेतों में सोलर ट्यूबवैलों पर लगी सोलर प्लेट्स भी टूट गई। जींद के कृषि उप निदेशक गिरीश नागपाल के अनुसार जिन किसानों को नुकसान हुआ है, वह सरकार द्वारा खोले गए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर 10 मार्च से पहले अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। ओलावृष्टि और बारिश से गांव बरसोला, नगूरा, बुडायन, भौंगरा, दुर्जनपुर, उचाना कलां, खापड़, खटकड़, बड़ौदा, रोजखेड़ा, घोघड़ियां, कुचराना कलां, कुचराना खुर्द, छात्तर, बधाना में रबी की फसलों को नुकसान हुआ है। घोघड़ियां गांव के लोगों के अनुसार उनके गांव में 180 ग्राम तक के ओले गिरे, जिनसे खेतों में खड़ी गेहूं और सरसों की फसल को भारी नुकसान हुआ है। बेमौसमी बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं की इस साल सबसे ज्यादा मार जींद जिले के उचाना क्षेत्र के किसानों पर पड़ी है।किसान यूनियन ने मांगा 40 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजाभाकियू के प्रेस प्रवक्ता रामराजी ढुल ने सरकार से मांग की कि किसानों की फसलों को ओलावृष्टि, बेमौसमी बारिश और तेज हवाओं से हुए नुकसान की भरपाई के लिए किसानों को 40 हजार रुपए प्रति एकड़ की दर से मुआवजा दिया जाए। किसानों को फसल खराबे के उचित मुआवजे की मांग को लेकर जल्द ही डीसी और कृषि विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा।