30 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य
करनाल, 27 जून (हप्र)
पेयजल संकट लगातार गहरा रहा है, गहराते जल संकट को रोकने के लिए प्रदेश सरकार गंभीरता से काम कर रही है। इसी दिशा में सरकार ने कृषि विभाग करनाल को 30 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई करवाने का लक्ष्य दिया है, ऐसा करने वाले किसानों को सरकार प्रति एकड़ 4 हजार की राशि सीधे खाते में मुहैया करवाएगी।
पेयजल बचाने की मुहिम के लिए कृषि विभाग जिलेभर में 50 किसान प्रशिक्षण शिविर आयोजित करेगा ताकि किसानों को धान की सीधी बिजाई के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।
कृषि अधिकारी ने बताया कि धान की सीधी बिजाई करने से 25 से 30 प्रतिशत पानी की बचत होती हैं, धान की पैदावार में कोई अंतर नहीं आता।
भीषण गर्मी के चलते किसानों को धान लगाने के लिए मजदूर उपलब्ध नहीं होते, जिससे किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। इसके साथ धान लगाने पर खर्च भी बढ़ चुका है। किसान अगर धान की सीधी बिजाई करते हैं, तो उन्हें काफी बचत होती है। सरकार का प्रयास है कि किसान सीधे तौर पर ज्यादा से ज्यादा धान की सीधी बिजाई करें, जिससे पानी की बचत हो।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक बोले
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. वजीर सिंह ने बताया कि जिला में 30 हजार एकड़ में धान की सीधी बिजाई का लक्ष्य मिला है, अभी तक 10 हजार एकड़ के लिए आवेदन आ चुके हैं। जो किसान धान की सीधी बिजाई करना चाहते हैं, उन्हें प्रति एकड़ 4 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। इसके लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 जुलाई निर्धारित की है। उन्होंने कहा कि धान की सीधी बिजाई करने से करीब 30 प्रतिशत तक बचत होती है। विभाग द्वारा किसानों को धान की सीधी बिजाई के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए जिलेभर में 50 किसान प्रशिक्षण शिविर लगाएं जाएंगे। इसमें किसानों को धान की सीधी बिजाई करने के फायदों के बारे में जागरूक किया जाएगा। उन्होंने किसान भाईयों से अपील की है कि वे धान की सीधी बिजाई करें, जो आपके साथ आने वाली पीढ़ियों के हितकारी साबित होगा।