गुरु कृपा से प्राप्त सफलता चिरस्थायी एवं आनंददायक होती है : साध्वी सुमान्या
जगाधरी, 15 दिसंबर (हप्र)
जगाधरी के हनुमान गेट स्थित दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान आश्रम में रविवार को साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया। इसमें श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए साध्वी सुमान्या भारती ने जीवन में गुरुकृपा का महत्व समझाया।
उन्होंने कहा कि जब परमपिता परमात्मा साकार स्वरूप में धरती पर आता है तो वह अपनी कृपा से संपूर्ण मानव जाति को सींचता है, लेकिन यदि मानव ही अपने संकीर्ण दृष्टिकोण के दायरे से बाहर निकलकर उसकी कृपा का अनुभव ही न करना चाहे तो स्वयं परमात्मा भी उसका उद्धार नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि सत्संग का संदेश मिलना, पूर्ण संत की शरण में जाना, ब्रह्म ज्ञान से जुड़ना और ध्यान साधना में उतरकर परमात्मा के परम प्रकाश स्वरूप का दर्शन करना इन दिव्य अनुभूतियों का आधार केवल गुरु की कृपा ही हो सकती है।
उन्होंने कहा कि संत नामदेव, गोस्वामी तुलसीदास, मीराबाई, सहजो बाई, स्वामी विवेकानंद, शिवाजी और भी कितने ही भक्त हुए हैं, जिन्हें अपने गुरु की कृपा के द्वारा ही आध्यात्मिक उत्थान का मार्ग प्राप्त हुआ।