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तूफान का कहर सोनीपत के कई हिस्सों में रहा ब्लैकआउट

10:26 AM May 12, 2024 IST
तूफान का कहर सोनीपत के कई हिस्सों में रहा ब्लैकआउट
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सोनीपत, 11 मई (हप्र)
जिले में शुक्रवार रात आये तूफान व बारिश के कारण 20 घंटे से रेनीवेल पर ब्लैक आउट छाया हुआ है। वहां से शहर में पानी की आपूर्ति ठप हो गई। शनिवार सुबह से जिन इलाकों में बिजली आपूर्ति शुरू होती रही, वहां बूस्टिंग स्टेशनों को चालू करके आपूर्ति की गयी। शाम 5 बजे तक आधे शहर में बिजली ठप होने के कारण 7 बूस्टिंग स्टेशन पूरी तरह से बंद रहे। नगर निगम के पास जिन क्षेत्रों से शिकायतें आई, वहां टैंकरों को भेजकर पानी की आपूर्ति की गई। शाम तक आधे शहर को पानी के लिए तरसना पड़ा।
रेनीवेल प्रोजेक्ट के तहत गांव जाजल से लेकर सोनीपत शहर तक करीब 24 किमी लंबी पेयजल पाइप लाइन डाली गयी है। नगर निगम की ओर से रेनीवेल पर 20 घंटे ट्यूबवेल चलाकर शहर में पूर्वी क्षेत्र के सभी बूस्टिंग स्टेशनों पर पानी भरा जाता है। रेनीवेल से 14 लाख लीटर पानी की रोजाना आपूर्ति की जा रही है। शुक्रवार रात को आए तूफान के दौरान बिजली आपूर्ति ठप हो गई। शहर के अंदर बूस्टिंग स्टेशनों पर जितनी पानी की मात्रा थी, उसी से काम चलाया गया। जिन इलाकों में दिनभर बिजली आपूर्ति शुरू नहीं हुई उनमें शामिल पश्चिमी क्षेत्र के कालूपुर, पुरानी तहसील, सेक्टर-23, पूर्वी क्षेत्र में आईटीआई, नागरिक अस्पताल, मॉडल टाउन, सुजानसिंह पार्क के बूस्टिंग स्टेशन बंद रहे। वहां से पानी की आपूर्ति न होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
उधर, तूफान में उड़कर आई टीन किशोरी के गले पर जा लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना गांव शहजादपुर में हुई, जहां उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के गांव दिलीपुर का परिवार विकास ईंट भट्ठे पर काम करता है। तूफान में उड़कर आई टीन संध्या (14 वर्ष) के गले में लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

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यह कॉलोनियां रही सबसे ज्यादा प्रभावित

पेयजल आपूर्ति नहीं होने के कारण कबीरपुर, मॉडल टाउन, धानक बस्ती, आदर्श नगर, ऋषिनगर, शिव कॉलोनी, तारा नगर, नरेंद्र नगर और सिक्का कॉलोनी समेत अन्य कई कॉलोनियों के लोगों को पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है। न्यू मिशन कॉलोनी, भगत सिंह कॉलोनी, विकास नगर, मालवीय नगर, वेस्ट रामनगर, गढ़ी घसीटा, ककरोई रोड, डबल स्टोरी, पंचशील कॉलोनी, सुंदर सांवरी, न्यू महावीर कॉलोनी, सुदामा नगर, बाबा कॉलोनी, मोहन नगर, लक्ष्मण कॉलोनी में पेयजल की सबसे ज्यादा समस्या बनी रही। इन कॉलोनियों में लोगों को परेशानी हुई। लोगों को पेयजल के लिए कैंपर खरीदकर काम चलाना पड़ा है।

"शहर के जिन इलाकों में बूस्टिंग स्टेशनों से पानी की आपूर्ति नहीं हुई, वहां पर टैंकरों से पानी की आपूर्ति की गई। जिन क्षेत्रों में बिजली बहाल होती गई, वहां के बूस्टिंग स्टेशनों से पानी आपूर्ति की गई।
- विशाल गर्ग, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम, सोनीपत

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गुरुग्राम में 20 से ज्यादा इलाकों में गुल रही बिजली

गुरुग्राम (हप्र) : दिल्ली से सटे गुरुग्राम में शुक्रवार रात को आई तेज आंधी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। आंधी से 50 से अधिक पेड़ गिर गए। बिजली व्यवस्था चौपट हो गई। कहीं तार टूट गए तो कहीं खंभे गिर गए। इससे शहर सहित पूरे जिले की बिजली सप्लाई बाधित हो गई। 20 से ज्यादा इलाकों में ब्लैक आउट होने से रातभर लोगों को बिना बिजली के रात काटनी पड़ी। बिजली आपूर्ति बाधित होने से शनिवार सुबह एक दर्जन के लगभग इलाकों में पानी नहीं आने से दिक्कतें बढ़ गईं। परेशान लोगों ने पानी आपूर्ति को लेकर शिकायत की और सुबह दस बजे के लगभग पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से शुरू हुई। शुक्रवार रात को आई तेज आंधी से एक धूल का गुब्बार उड़ने लगा। सड़कों और आसमान में कुछ नहीं दिख रहा था। 40 से 50 किलोमीटर की रफ्तार से चली हवाओं ने पूरे में शहर में कई जगह पेड़ उखाड़ दिए और बिजली के तार टूटने से पूरा ढांचा खराब हो गया। जिससे रात दस बजे के लगभग बिजली चली गई और 12 से 15 घंटे तक कई इलाकों में बिजली गुल रही। सबसे ज्यादा नुकसान सेक्टर-23, सेक्टर-4, जैकबपुरा, सेक्टर-15, पटेल नगर, सेक्टर-67 में पेड़ गिरने से हुआ।

बहादुरगढ़ में गिरे पेड़ और बिजली के खंभे

बहादुरगढ़ (निस) : यहां शुक्रवार देर शाम अंधड़ और तेज हवा से बिजली के खंभे और पेड़ गिर गए। इससे शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बिजली के खंभे टूटने से बिजली सप्लाई लगभग ठप हो गई। बिजली निगम के कर्मचारियों की कड़ी मशक्कत के बाद देर रात तक कुछ स्थानों पर ही आपूर्ति सुचारू हुई। शेष स्थानों पर शनिवार को बिजली सप्लाई चालू हो पाई। कई गावों में बिजली के तार टूट गए। इससे बिजली बाधित रही। दूसरी ओर, शहरी क्षेत्र में भी कई जगह खंभे टूटने से सप्लाई बाधित रही। लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कामकाज प्रभावित रहा। हालाकि, आंधी थमने के बाद बिजली निगम के कर्मचारियों की ओर से टूटे तारों को जोड़ने का काम शुरू किया गया, लेकिन कुछ स्थानों पर देर रात तक सप्लाई सुचारू हो पाई। बाकी कार्य शनिवार की शाम तक पूरा हुआ।

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