प्रभावित बागवानों को बढ़ा मुआवजा देगी प्रदेश सरकार
शिमला/रामपुर बुशहर, 9 अगस्त (हप्र/निस)
हिमाचल में आई आपदा के एक महीने बाद बुधवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला जिले के रोहड़ू विधानसभा क्षेत्र के लैला में बादल फटने से हुए नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने आपदा में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु पर गहरा दुःख व्यक्त किया और परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने आश्वस्त करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने एसडीएम रोहड़ू को 12 घंटों के भीतर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए, जिसमें प्रभावित परिवारों को देय वित्तीय सहायता की रूपरेखा तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि वह यहां प्रभावितों का दुःख-दर्द साझा करने आये हैं।
सुक्खू ने कहा कि सेब के बागीचों को हुए नुकसान के व्यापक आकलन का कार्य प्रगति पर है और प्रभावित बागवानों को बढ़ा हुआ मुआवजा प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राहत नियमावली में संशोधन कर मुआवजा राशि को कई गुना तक बढ़ा दिया है और नये दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रभावितों को राहत राशि प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि बादल फटने की घटना में कई घरों में मलबा घुस गया है। राज्य सरकार प्रभावित परिवारों का हरसंभव सहयोग कर रही है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को थाना ननखड़ी, बड़ोग और कुंगन बाल्टी पंचायतों में बारिश से क्षतिग्रस्त 50 से अधिक मकानों के लिए प्रभावित परिवारों को 1-1 लाख रुपये की आर्थिक सहायता तुरंत जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बड़ोग पंचायत के पूनन गांव और बगलती पंचायत के जवाल्डा गांव में बारिश, भूस्खलन से पूरी तरह व आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त घरों के लिए भी प्रभावितों को एक-एक लाख रुपये तुरंत देने को कहा। सुक्खू ने बाद में शिमला ज़िला के ननखड़ी क्षेत्र के भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का भी दौरा किया और नुकसान का जायजा लिया।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह, विधायक नंद लाल व कुलदीप सिंह राठौर, हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह श्याम, हिमाचल प्रदेश राज्य वन विकास निगम के उपाध्यक्ष केहर सिंह खाची, पूर्व विधायक राकेश सिंघा आदि मौजूद थे।