OPSजंतर मंतर पर गूंजा OPS की बहाली का नारा, हजारों कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री से लगाई गुहार
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 17 नवंबर
देशभर के हजारों कर्मचारियों ने नेशनल मिशन फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम भारत के नेतृत्व में आज दिल्ली के जंतर मंतर पर पुरानी पेंशन योजना (OPS) की बहाली की मांग को लेकर विशाल रैली की। इस पेंशन जयघोष महारैली की अध्यक्षता ऑल इंडिया एनपीएस एम्पलाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मंजीत सिंह पटेल ने की। उन्होंने अपने संबोधन में भरोसा जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्मचारियों की इस महत्वपूर्ण मांग को जरूर सुनेंगे और समाधान करेंगे।
देशभर से कर्मचारियों की भागीदारी
रैली में जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र समेत कई राज्यों और केंद्र सरकार के विभागों के कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए। इस आंदोलन को 100 से अधिक केंद्रीय और राज्य कर्मचारियों के संगठनों का समर्थन मिला है, जो OPS की बहाली के लिए एकजुट हुए हैं।
मुख्य मांगें और वक्तव्य
डॉ. पटेल ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, "यह आंदोलन किसी राजनीतिक दल का हिस्सा नहीं है। हमारी एकमात्र अपील भारत सरकार से है कि कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए OPS बहाल की जाए।" फेडरेशन ने मुख्य रूप से दो मांगों को प्रमुखता से उठाया:
1. कर्मचारी अंशदान पर जीपीएफ की सुविधा।
2. 20 वर्षों की सेवा पर अंतिम वेतन के 50% के रूप में पेंशन की गारंटी।
उत्तर प्रदेश के कर्मचारी नेता क्रांति सिंह ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ऐतिहासिक फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वे इस मांग को पूरा करेंगे।" सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष बसंत लाल गौतम ने कहा, "चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की आय और सेवानिवृत्ति पर NPS से कोई लाभ नहीं है। ऐसे में पुरानी पेंशन ही एकमात्र विकल्प है।"
कर्मचारियों की भावनाएं और समर्थन
महाराष्ट्र से आए ऑर्डनेंस फैक्ट्री के वरिष्ठ सदस्य मोहम्मद जुल्फिकार अहमद ने NPS को 'पेंशन का निजीकरण' करार देते हुए कहा कि इससे न तो सरकार को फायदा है और न ही कर्मचारियों को। फेडरेशन के महासचिव सुधीर रूपजी ने कहा, "मेडिकल सेक्टर में काम करने वाले नर्सेज और डॉक्टर हर दिन जोखिम उठाते हैं। NPS के चलते उनके रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक असुरक्षा बनी रहती है।"
आंदोलन की गूंज और उम्मीदें
रैली में आए सभी 40 प्रमुख कर्मचारी नेताओं ने एकमत से प्रधानमंत्री से पुरानी पेंशन योजना की बहाली की अपील की। उनका कहना है कि OPS की बहाली से न केवल कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित होगा बल्कि यह सरकार के प्रति उनका विश्वास भी मजबूत करेगा।