The Shiv Rekha : भारत की रहस्यमयी यात्रा... एक कतार में बने सात शिव मंदिरों का जानिए अनोखा कनेक्शन
चंडीगढ़, 1 मई (ट्रिन्यू)
The Shiv Rekha : भारत में अनेक पवित्र तीर्थस्थल हैं। किंतु एक रहस्यमयी और अत्यंत आध्यात्मिक श्रृंखला उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में समुद्र तक फैली हुई है। सात प्रमुख शिव मंदिरों की सीधी रेखा, जो केदारनाथ से शुरू होकर रामेश्वरम तक जाती है। इन मंदिरों को केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि पंचमहाभूतों - पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश के प्रतीक रूप में भी देखा जाता है। यह संयोग मात्र नहीं बल्कि एक दिव्य योजना का आभास देता है। चलिए बताते हैं केदारनाथ से रामेश्वरम तक एक कतार में स्थित सात अद्भुत शिव मंदिर के बारे में, जो पंच तत्वों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
उत्तराखंड, श्री केदारनाथ
उत्तराखंड में बना यह मंदिर हिमालय की गोद में स्थित है। इसे पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधि माना जाता है। यहां भगवान शिव की पूजा स्वयंभू लिंग के रूप में होती है। केदारनाथ में शिव की उपस्थिति स्थिरता, धैर्य और भौतिक जीवन की नींव को दर्शाती है।
तेलंगाना, कालेश्वरम मंदिर
तेलंगाना के करीमनगर जनपद में स्थित कालेश्वरम मंदिर में एक नहीं बल्कि लतीन लिंगों की पूजा की जाती है, इसलिए इसे त्रिलिंगदेशम भी कहा जाता है। यहां स्थित दो शिवलिंग को भगवान शिव और यम का प्रतीक माना जाता है।
आंध्र प्रदेश, श्रीकालाहस्ती मंदिर
श्रीकालाहस्ती मंदिर, जो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है, एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर विशेष रूप से अपनी "सर्वप्रसिद्ध" और "साक्षात शिवलिंग" के लिए जाना जाता है। यह मंदिर वायु तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। श्रीकालाहस्ती मंदिर से तिरुपति लगभग 30-40 किलोमीटर दूर है, जो विश्व प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर के लिए प्रसिद्ध है।
तमिलनाडु, श्री एकाम्बेश्वरनाथ मंदिर
श्री एकाम्बेश्वरनाथ मंदिर कांची, तमिलनाडु में स्थित एक प्रमुख हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर कांचीपुरी शहर में स्थित है। इसे "एकाम्बेश्वर मंदिर" या "एकाम्बेश्वरनाथ मंदिर" के नाम से भी जाना जाता है। इसमें शिवजी को धरती तत्व के रूप में पूजा जाता है।
तिरुवन्नामलाई, श्री अरुणाचलेश्वर मंदिर
श्री अरुणाचलेश्वर मंदिर तिरुवन्नामलाई, तमिलनाडु में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर अरुणाचल पर्वत के तल पर स्थित है, जिसे "अरुणाचल" या "भगवान शिव का पर्वत" भी कहा जाता है। यह स्थान विशेष रूप से अग्नि लिंगा के रूप में पूजा जाता है।
तमिलनाडु, श्री थिल्लई नटराज मंदिर चिदंबरम
श्री थिल्लई नटराज मंदिर चिदंबरम, तमिलनाडु में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है, जो भगवान शिव के नटराज (नृत्य रूप) के रूप में पूजा जाता है। यह मंदिर प्राचीन समय से अस्तित्व में है और इसे लगभग 2,000 वर्षों पुराना माना जाता है। मंदिर में भगवान शिव के 108 नृत्य मुद्राओं को दर्शाने वाली एक अद्वितीय चित्रकला और मूर्तिकला है।
तमिलनाडु, श्री रामेश्वरम मंदिर रामलिंगम
श्री रामेश्वरम मंदिर तमिलनाडु राज्य में स्थित एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर भारत के दक्षिणी छोर पर पेम्बनाथ द्वीप पर स्थित है। श्री रामेश्वरम मंदिर विशेष रूप से भगवान शिव को समर्पित है।