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संगम में जनसागर

05:00 AM Jan 14, 2025 IST
भक्ति के रंग में रंगे जल, थल... प्रयागराज में सोमवार को कुंभ मेले के पहले दिन संगम में पवित्र स्नान करते श्रद्धालु।-प्रेट्र

महाकुंभ नगर, 13 जनवरी (एजेंसी)
पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ सोमवार को महाकुंभ का शुभारंभ हो गया। मेला प्रशासन के मुताबिक शाम तक 1.65 करोड़ श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम में आस्था की डुबकी लगाई। महाकुंभ में पहला अमृत (शाही) स्नान मकर संक्रांति के अवसर पर मंगलवार को होगा। इस दौरान सभी अखाड़े निर्धारित क्रम में अनुष्ठानिक स्नान करेंगे। सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी अमृत स्नान करेगा, जिसके साथ श्री शम्भू पंचायती अटल अखाड़ा भी होगा।
पौष पूर्णिमा के साथ एक महीने तक चलने वाला कल्पवास भी शुरू हो गया। तीर्थ पुरोहित राजेंद्र मिश्र ने बताया कि इस दौरान लोग एक माह तक तीनों समय गंगा स्नान कर एक प्रकार का तप वाला जीवन व्यतीत करते हैं और भगवान के भजन गाते हैं। मेला क्षेत्र में स्नान के बाद लोगों की भीड़ अखाड़ों में नागा साधुओं का आशीर्वाद लेती हुई दिखी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी श्रद्धालुओं, संत महात्माओं, कल्पवासियों और आगंतुकों का स्वागत करते हुए महाकुंभ के प्रथम स्नान की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाकुंभ को भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गरिमा का प्रतीक बताया। पीएम नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘भारतीय मूल्यों और संस्कृति को धारण करने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक विशेष दिवस महाकुंभ 2025 प्रयागराज में प्रारंभ हो चुका है, जहां असंख्य लोग आस्था, समर्पण और संस्कृति के एक पवित्र संगम में एकत्र हो रहे हैं।’

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विदेशी हुए मंत्रमुग्ध

मोक्ष की तलाश में संगम में पवित्र डुबकी लगाने वाले लोगों में बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े मानव समागम में आध्यात्मिक उत्साह के साथ हिस्सा ले रहे हैं। स्पेन की क्रिस्टीना ने इस आयोजन की भव्यता पर विस्मय व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘यह एक अद्भुत पल है। मैं पहली बार इतने भव्य और अलौकिक आयोजन की गवाह बन रही हूं।’ एक अन्य विदेशी आगंतुक जूली ने संगम में डुबकी लगाकर एक अजब-सा आध्यात्मिक सुकून मिलने की बात कही। उन्होंने कहा, ‘मैं पवित्र जल में डुबकी लगाने का अवसर पाकर कृतज्ञ महसूस कर रही हूं। मुझमें पूर्णता का जो भाव जगा है, उसे मैं शब्दों में नहीं बयां कर सकती।’ इटली से आयीं वेलेरिया ने महाकुंभ के आध्यात्मिक वातावरण को अद्भुत और रोमांचक करार दिया।

सभी घाटों और अखाड़ों पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से फूलों की बारिश की गयी। उद्यान विभाग ने पुष्पवर्षा के लिए खासतौर पर गुलाब की पंखुड़ियों की व्यवस्था की। महाकुंभ के सभी स्नान पर्वों पर लगभग 20 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियां बरसाने की तैयारी है।

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