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दांतों के कीटाणु ही हमारे गुर्दों और फेफड़ों में भी पाए जाते हैं

10:25 AM Apr 30, 2024 IST
दांतों के कीटाणु ही हमारे गुर्दों और फेफड़ों में भी पाए जाते हैं
यमुनानगर के डीएवी डेंटल कॉलेज में समीक्षा कार्यक्रम में शामिल होने आई नेपाल की छात्राएं अपने अनुभव साझा करते हुए। -हप्र
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सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 29 अप्रैल
डीएवी डेंटल कॉलेज में इंडियन सोसाइटी आफ पेरियोडोंटोलॉजी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय समीक्षा कार्यक्रम आज संपन्न हो गया। तीन दिवसीय समीक्षा कार्यक्रम में देशभर से आए पोस्ट ग्रेजुएट के फाइनल इयर के 100 से ज्यादा छात्र-छात्राओं ने कहा कि यह कार्यक्रम उनकी आगामी परीक्षा में मिल का पत्थर
साबित होगा। इंडियन सोसाइटी आफ पेरियोडोंटोलॉजी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर निफिया पंडित ने छात्रों को संबोधित करते हुए बताया कि अगर समय पर इलाज करवाकर दांतों की बीमारियों से छुटकारा नहीं पाया जाता तो शरीर में कई अन्य रोग भी इससे लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि अभी नए शोध में सामने आया है कि दांतों के कीटाणु ही हमारे गुर्दों और फेफड़ों में भी पाए जाते हैं, इसलिए अगर हम मुंह साफ रखेंगे और दांतों की बीमारियों का समय रहते समाधान करवा लेंगे तो न केवल हमारे दांत स्वस्थ रहेंगे बल्कि शरीर में फैलने वाली अन्य बीमारियों से भी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि मसूड़े हमारे दांतों का मुख्य आधार हैं। अगर हमारे मसूड़े ठीक रहेंगे तो तभी हम अच्छा खा पी सकेंगे। उन्होंने कहा कि दांत खराब होने के बाद हम डुप्लीकेट दांत (जबड़ा) लगाते तो हैं लेकिन जो खाना खाने का आनंद असली दांतों में आता है, वह डुप्लीकेट दांत लगवाने में नहीं आता। लुधियाना से आए वरिष्ठ पेरियोडोंटोलॉजिस्ट डॉ. डीके कलसी ने बताया कि‌‌ समीक्षा कार्यक्रम निश्चित तौर पर बच्चों के लिए वरदान साबित होगा।
इन तीन दिनों में बच्चों को न केवल विशेषज्ञ अपने अनुभव से अवगत करवाते हैं, उन्हें मसूड़े से संबंधित रोग में अब तक हुए सुधारों से भी अवगत करवाते हैं और नयी तकनीकों को अपनाने पर भी बल देते हैं। शुभारती डेंटल कॉलेज मेरठ से आए एचओडी डॉ. मयूर कौशिक ने बताया कि परीक्षा में आने वाले सभी विषयों को इस समीक्षा कार्यक्रम में रखा जाता है और इनके विशेषज्ञ को बुलाकर बच्चों को उनके अनुभव से अवगत करवाया जाता है ताकि परीक्षा को विद्यार्थी अच्छे ढंग से पूरा कर सकें।
समीक्षा कार्यक्रम आयोजन समिति की सदस्य डॉक्टर शालिनी गुगनानी व दीपिका बाली ने बताया कि हम कॉलेज में पिछले 5 वर्षों से यह कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं और हर बार उन्हें नया अनुभव होता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष देश के 24 कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के अलावा नेपाल की भी सात छात्राओं ने भाग लिया है। नेपाल से आयी छात्राओं डॉक्टर आस्था, डॉ. गीतांजलि, डॉक्टर सचिता, डॉ. विनीता, डॉ. जिनी ने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि हम समीक्षा कार्यक्रम का हिस्सा बनी।
पटियाला से आए डॉ. जतिन व डॉक्टर अनामिका ने कहा कि यह उनके लिए एक अलग ही अनुभव है, जिसका उन्हें निश्चित तौर पर आने वाले समय में लाभ मिलेगा। डॉ. राजन गुप्ता प्रिंसिपल पोंटा साहिब ने भी अपने अनुभवों से छात्र-छात्राओं को जागरूक किया। कॉलेज प्राचार्य डॉ. आईके पंडित ने सभी छात्र-छात्राओं एवं वक्ताओं का धन्यवाद करते हुए कहा कि कॉलेज में आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते रहेंगे, ताकि विद्यार्थी लाभन्वित होते रहें।

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