बरसात के मौसम में बढ़ा डेंगू का खतरा, पांच केस मिले
अरविंद शर्मा/हप्र
जगाधरी, 3 जुलाई
बारिश का मौसम शुरू होते ही डेंगू, मलेरिया, वायरल, डायरिया आदि का खतरा और बढ़ने लगा है। इस सीजन में अब तक डेंगू के पांच केस कंफर्म हो चुके हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और चौकस हो गया है। इसी प्रकार मलेरिया के भी सीजन में अब तक तीन केस आ चुके हैं। इस मौसम में मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारियों में खासकर डेंगू होने का रिस्क काफी ज्यादा रहता है। इसके अलावा बारिश का पानी घरों की छतों पर रखे खाली बर्तनों, टायर व अन्य सामान में जमा हो जाता है जिसमें मच्छर का लारवा तेजी से पनपता है।
शहरों में भी बड़ी संख्या में खाली प्लॉट पड़े हैं। लोगों ने प्लॉट खरीद कर ऐसे ही छोड़ रखे हैं जिनमें बारिश होते ही पानी भर जाता है। यहां तक की सेक्टरों में भी खाली प्लॉट हैं। ऐसे प्लॉटों को लेकर कई बार बैठकों में भी चर्चा हो चुकी है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। स्वास्थ्य विभाग जानकारी न होने पर खाली प्लाट धारकों को नोटिस भी जारी नहीं कर पा रहा है।
लोग मनाएं सूखा दिवस
स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि वह अपने घरों में सूखा दिवस मनाएं। सप्ताह में एक दिन अपने घरों के फ्रिज, एसी, गमलों, छतों व हाैद में जमा पानी को साफ करें। इन जगहों पर सबसे अधिक डेंगू का लारवा पनपता है। इसी तरह से यदि आसपास पानी जमा है तो उसमें काला तेल डाल दें, जिससे लारवा न पनप सके। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी हाउस होल्ड सर्वे के तहत घरों में जाकर जांच कर रही है। लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी दी जा रही है। अब तक जिले में 5839 से ज्यादा लोगों के सैंपल डेंगू जांच के लिए भेजे गए हैं। अब तक 141 घरों में जांच के दौरान मच्छरों का लारवा मिल चुका है।
यह बोलीं डीएमओ
जिला मलेरिया अधिकारी एवं डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुशीला सैनी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग पूरी एहतियात बरत रहा है। उन्होंने कहा कि बारिश में मच्छर जनित बीमारियां फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। खासकर डेंगू को पनपने में मदद मिलती है। इसलिए बारिश हो तो घर आदि में पड़े खाली बर्तनों को साफ करते रहना चाहिए ताकि उनमें बारिश का पानी जमा न हो सके। यदि किसी को डेंगू के लक्षण दिखते हैं तो वह तुरंत अस्पताल में सूचना दें। डाक्टर सैनी का कहना है कि खानपान व रहन-सहन में सजगता बरतकर बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है। आज कल के मौसम में खाद्य पदार्थों को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है।