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रूसी सेना में मौजूद भारतीयों की वापसी बड़ा मुद्दा

07:02 AM Jul 08, 2024 IST
फाइल फोटो

ज्योति मल्होत्रा
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 7 जुलाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दोपहर के समय रूस पहुंचने पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ मास्को के उपनगरीय क्षेत्र नोवो ओगेरेवो स्थित उनके डाचा में भोजन करेंगे। पुतिन की ओर से यह एक ‘असामान्य और महत्वपूर्ण’ संकेत है, जिससे दोनों नेताओं को अगले दिन क्रेमलिन में होने वाली बातचीत से पहले एकांत में रहने का मौका मिलेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ मोदी की इस यात्रा से रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों में फिर से सुधार आने की उम्मीद है, जो दो साल पहले यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद आंशिक रूप से अस्तित्वगत संकट से गुजर रहे हैं। ‘ट्रिब्यून’ ने 8-9 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी की मॉस्को यात्रा को लेकर खबर ब्रेक की थी। प्रधानमंत्री की यात्रा सही समय पर हो रही है, क्योंकि इस रणनीतिक साझेदारी में कुछ ऐसी बातें हैं, जिन्हें कभी नहीं भुलाया जा सकता। वैश्विक परिवर्तनों के बावजूद, दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी के मूलभूत मुद्दे स्थिर और ठोस हैं।
रूसी विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मीर काबुलोव के अनुसार, प्रधानमंत्री के प्रस्थान से कुछ घंटे पहले दिए जाने वाले एक संयुक्त वक्तव्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है, इसे ‘विजन दस्तावेज’ कह भी सकते हैं और नहीं भी। इसका उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को आने वाले दशक में हमारे सहयोग की प्रगति का एक दृष्टिकोण प्रदान करना है।
हाल ही में मॉस्को में इस संवाददाता के साथ एक विशेष साक्षात्कार में काबुलोव ने कहा था कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा ‘समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बारे में नहीं है, बल्कि भविष्य के सहयोग के रोडमैप” के बारे में है। उन्होंने कहा कि रूस को उम्मीद है कि भारत ‘रूस की कीमत पर’ अमेरिका जैसे किसी अन्य देश के साथ संबंधों को बढ़ाने की कोशिश नहीं करेगा। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रूसी सेना में लड़ रहे भारतीय नागरिकों की रिहाई पर बल दिए जाने की उम्मीद है, जिसमें यूक्रेन में युद्ध के अग्रिम मोर्चे पर लड़ रहे भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।
रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने इस संवाददाता को पुष्टि की कि मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास अमृतसर के एक युवक तेजपाल सिंह के पार्थिव शरीर को शीघ्र वापस लाने पर काम कर रहा है, जो हाल ही में यूक्रेनी शहर जापोरीज्जिया में मारा गया था। साथ ही एक अन्य भारतीय नागरिक भी था, जो जंग में मारा गया था। राजदूत कुमार ने ‘ट्रिब्यून’ को बताया, ‘हमारे पास करीब 50 भारतीय नागरिकों की सूची है, जो रूसी सेना में शामिल हो गए हैं। यूक्रेन में युद्ध में दुर्भाग्य से मारे गए दो भारतीयों में तेजपाल सिंह भी शामिल हैं, हम उनके शव को वापस लाने की प्रक्रिया में हैं।’

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यात्रा को लेकर उत्सुक है रूस

मॉस्को (एजेंसी) : रूस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यात्रा को लेकर उत्सुक है। रूस के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘क्रेमलिन’ के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने यह बात कही। यात्रा के दौरान मोदी और पुतिन दोनों देशों के बीच बहुआयामी संबंधों की संपूर्ण समीक्षा करेंगे तथा आपसी हितों के समकालीन क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे। पेस्कोव ने रूस के सरकारी टेलीविजन ‘वीजीटीआरके’ के साथ साक्षात्कार में कहा कि मॉस्को में दोनों नेता अन्य कार्यक्रमों के अलावा अनौपचारिक बातचीत भी करेंगे। उन्होंने कहा, ‘जाहिर है कि अगर इसे अति व्यस्त न भी कहा जाए तो भी एजेंडा व्यापक होगा। यह एक आधिकारिक यात्रा होगी और हमें उम्मीद है कि दोनों नेता अनौपचारिक तरीके से भी बातचीत कर सकेंगे।’ पेस्कोव ने कहा कि रूस और भारत के बीच संबंध रणनीतिक साझेदारी के स्तर पर हैं।

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