उम्मीदवारों से सवाल पूछने का सिलसिला रहेगा जारी
अम्बाला शहर, 23 सितंबर (हप्र)
भारतीय किसान यूनियन शहीद भगत सिंह ने हरियाणा के सभी राजनीतिक दलों के समक्ष सार्वजनिक रूप से अपना मांग पत्र रखा है। यूनियन ने कहा कि गांव स्तर पर किसान मजदूर मांगों को लेकर आम लोगों की सहमति से पक्ष-विपक्ष और सभी उम्मीदवारों से सवाल पूछने का सिलसिला जारी रहेगा।
अगर सवाल पूछने से रोका जाये तो एक साइड में खड़े होकर झंडे और नारों से विरोध प्रदर्शन किया जायेगा। आज यूनियन के प्रवक्ता मनजीत सिंह पंजोखरा व अन्य नेताओं ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में चुनाव प्रचार जोरों पर है। इसके मद्देनजर बहुत जगह पर किसानों द्वारा शांतिपूर्ण सवालों काे पूछने का सिलसिला जारी है।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे सवाल करते समय संयम बनाये रखें और अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें। मुख्य मांगों का जिक्र करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि हरियाणा में सड़कों, रेलवे, नहर, गैस पाइप लाइन आदि के लिए 2013 का भूमि अधिग्रहण एक्ट को लागू किया जाये। किसानों को कलेक्टर रेट जमीन का 4 गुना दाम दिलाया जाये।
2015 के जमीन अधिग्रहण कानून को रद्द किया जाये। फसलों को और आम जनता को, आवारा पशुओं से जान - माल का नुकसान हो रहा है। इसका पक्का समाधान किया जाये। किसानों को अपने पशु कहीं भी बेचने का अधिकार मिले।
किसानों की कर्जा मुक्ति व्यापक पालिसी की घोषणा की मांग
यूनियन ने कहा कि तेलंगाना की तर्ज पर किसान मजदूरों की कर्जा मुक्ति व्यापक पालिसी की घोषणा की जाये। हरियाणा में फसल बीमा योजना के घोटाले से किसानों को बचाकर, किसानों की फसलों को बारिश, ओलावृष्टि, सूखा और बाढ़ से बचाने के लिए एक काम्प्रीहेंसिव बीमा पॉलिसी बनायी जाये। इस फसल बीमा योजना में, इसका प्रीमियम सरकार खुद वहन करे। किसान आंदोलन-2 के चलते निर्दोष किसानों के मुक़दमे रद्द किए जायें। उन्होंने विपक्ष से यह स्पष्ट करने को कहा कि यदि उनकी सरकार बनती है तो किसानों को अपनी आवाज उठाने पर जायज शांतिपूर्ण आंदोलन करने पर उस वक्त क्या रुख रहेगा।