जींद जिले में 37 साल बाद आया विधानसभा उपाध्यक्ष पद
जसमेर मलिक/हप्र
जींद, 24 अक्तूबर
जींद को पूरे 15 साल बाद प्रदेश की सत्ता में हिस्सेदारी मिली है। यह अलग बात है कि यह हिस्सेदारी पहले जितनी बड़ी नहीं है। लगभग 37 साल बाद जींद जिले में विधानसभा के डिप्टी स्पीकर का पद आया है। बृहस्पतिवार को भाजपा विधायक दल की बैठक में घरौंडा के विधायक हरविंदर कल्याण को विधानसभा अध्यक्ष और जींद के विधायक डॉ. कृष्ण मिड्ढा को उपाध्यक्ष चुना गया।
डॉ. कृष्ण मिड्ढा जींद जिले के ऐसे दूसरे विधायक हैं, जिन्हें विधानसभा के डिप्टी स्पीकर का पद मिला है। 1987 में जब प्रदेश में चौधरी देवीलाल के नेतृत्व में लोकदल की सरकार बनी थी, तब देवीलाल सरकार में जुलाना के लोकदल विधायक कुलबीर सिंह मलिक को विधानसभा का उपाध्यक्ष बनाया गया था।
जींद विधानसभा क्षेत्र की प्रदेश की सत्ता में सीधी मगर छोटी हिस्सेदारी पूरे 15 साल बाद हुई है। जींद विधानसभा क्षेत्र से आखिरी बार प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री का पद 2007 में जींद के तत्कालीन कांग्रेस विधायक मांगेराम गुप्ता को मिला था। वह तत्कालीन भूपेंद्र हुड्डा सरकार में शिक्षा और परिवहन विभाग के कैबिनेट मंत्री रहे थे।
मिड्ढा परिवार से जींद से लगातार पांचवीं बार विधायक: विधानसभा उपाध्यक्ष बनाए गए डॉ. कृष्ण मिड्ढा का परिवार लगातार पांचवीं बार जींद से विधानसभा में पहुंचा है। 2009 और 2014 में डॉ. कृष्ण मिड्ढा के पिता डॉ. हरिचंद मिड्ढा जींद से इनेलो टिकट पर विधायक बने थे। जनवरी 2019 में हुए जींद उप चुनाव में खुद डॉ. कृष्ण मिड्ढा जींद से भाजपा टिकट पर विधायक बने थे। अक्तूबर 2019 में हुए आम चुनाव में डॉ. कृष्ण मिड्ढा दूसरी बार जींद से भाजपा की टिकट पर विधानसभा में पहुंचे थे। हाल में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. कृष्ण मिड्ढा कांग्रेस के महावीर गुप्ता को लगभग 15000 मतों के अंतर से पराजित कर तीसरी बार विधानसभा में पहुंचे।