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दशकों से नहीं हुई निर्मल ग्राम भगवानगढ़ के तालाब की सफाई

12:36 PM Jun 09, 2023 IST
दशकों से नहीं हुई निर्मल ग्राम भगवानगढ़ के तालाब की सफाई
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अरविंद शर्मा/निस

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जगाधरी, 8 जून

जगाधरी से सटे गांव भगवानगढ़ को क्षेत्र में पहला निर्मल ग्राम सालों पहले घोषित किया गया था। इस गांव में दो तालाब हैं। दशकों से गांव के मुख्य तालाब की सफाई नहीं होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के अनुसार इसे लेकर कई बार सीएम विंडो पर शिकायत दी गई, लेकिन अभी तक तो कुछ भी नहीं हुआ।

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जहां लोग जंगल बने जोहड़ (तालाब) से परेशान हैं, वहीं वार्ड पार्षद देवेंद्र सिंह इस मसले को हाउस की मीटिंग में प्रमुखता से उठाने की बात कह रहे हैं। गांव भगवानगढ़ करीब एक दशक से नगर निगम में है। यहां पर दो तालाब (जोहड़) हैं। करीब एक एकड़ में फैले एक तालाब की हालत देखरेख के अभाव में खस्ता बनी हुई है। दशकों से इसकी सफाई तक नहीं हुई है। गांव के जसवंत सिंह बबली, विजय कुमार पंजेटा, विकास कुमार, गुरनाम सिंह, संजीव कुमार आदि का कहना है कि कचरे से लबालब इस तालाब का गंदा पानी ओवरफ्लो होने पर साथ लगते खेतों की फसलों को भी खराब कर रहा है। इसके अलावा कई बार यह गली में आ जाता है। जोहड़ में मौजूद खतरनाक जीव-जंतुओं के बाहर आने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि इसकी सफाई को लेकर वे चार बार सीएम विंडो, तालाब संरक्षण विभाग को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ है।

जसवंत सिंह बबली के अनुसार इसे लेकर वे नगर निगम के मेयर के खुले दरबार में भी गए थे, लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इसकी सफाई कराने व किनारों की मरम्मत कराये जाने की मांग की है। उनका कहना है कि बरसात के दिनों में परेशानी ओवरफ्लो होने पर और बढ़ेगी। बीमारियों का खतरा भी बढ़ेगा।

जल्द हो समस्या का समाधान : पार्षद

नगर निगम के वार्ड पार्षद देवेंद्र सिंह का कहना है कि कहने के बाद भी इस तालाब की सफाई नहीं कराई गई है। खस्ताहाल तालाब से गांव वालों को वाकाई ही दिक्कत हो रही है। देवेंद्र सिंह का कहना है कि वह निगम हाउस की मीटिंग में इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाएंगे। निगमायुक्त से भी इस बाबत बात करेंगे। उन्होंने कहा कि इसे लेकर वह ग्रामीणों के साथ हैं।

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