राष्ट्र निर्माण का रास्ता उच्च शिक्षण संस्थानों से : इंद्रेश
हिसार, 12 अप्रैल (हप्र)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि राष्ट्र निर्माण का रास्ता उच्च शिक्षण संस्थानों से होकर गुजरता है। स्कूल राष्ट्र निर्माण के छोटे तथा विश्वविद्यालय राष्ट्र निर्माण के बड़े मॉडल हैं। डॉ. इंद्रेश कुमार शुक्रवार को गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में राष्ट्र निर्माण में उच्च शिक्षण संस्थानों की भूमिका विषय पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को बतौर अध्यक्ष संबोधित कर रहे थे। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के अध्यक्ष प्रो. टीजी सीताराम कार्यशाला के मुख्यातिथि थे। चौधरी रणबीर सिंह सभागार में हुई इस कार्यशाला में कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई, कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर तथा विश्वविद्यालय की प्रथम महिला डॉ. वंदना बिश्नोई भी उपस्थित रहीं। डॉ. इंद्रेश कुमार ने कहा कि बच्चों में अनुवांशिक रूप से शोध ग्रंथी होती है। विश्वविद्यालय को इस ग्रंथी को विकसित करना होता है। अच्छी शिक्षा राष्ट्र के लिए उपयोगी तथा बुरी शिक्षा राष्ट्र के लिए अनुपयोगी होती है। भारत में उच्च स्तरीय शिक्षा व्यवस्था की प्राचीन तथा उत्कृष्ट परंपरा है। उसी के दम पर भारत विश्व गुरु कहलाता था।
बारहवीं सदी में दुनिया के 20 विश्वविद्यालयों में से 18 भारत की सीमा में थे। उन्होंने कहा कि हमारा देश फिर से विश्व गुरु बनने की राह पर है। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि विश्वविद्यालय परिसर के सभी कोर्सों में एनईपी लागू कर दी गई है। इस सत्र से विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों के सभी काेर्सेज में भी एनईपी लागू की जा रही है।