राजनीति से आसान लगी अभिनय की राह
निर्मला मिश्रा
अभिनेता पंकज त्रिपाठी अपनी हालिया रिलीज फिल्म ‘मैं अटल हूं’ को लेकर चर्चा में हैं। यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित है। जिसमें पंकज त्रिपाठी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाई है। नेशनल अवॉर्ड विजेता मराठी डायरेक्टर रवि जाधव के निर्देशन में बनी यह फिल्म 19 जनवरी को रिलीज हुई है। इस फिल्म को लेकर पंकज त्रिपाठी से बातचीत हुई।
क्या ‘मैं अटल हूं’ में अपनी भूमिका से जुड़ी कुछ खास बातें शेयर करना चाहेंगे?
इस फिल्म में भी मैंने उतनी ही मेहनत की है, जितनी अपनी दूसरी फिल्मों में करता हूं। मुझे लगता है कि फिल्म को देखने के बाद दर्शक ही उस मेहनत का मूल्यांकन करते हैं कि वह मेहनत कितनी सार्थक हुई है। मैं अपनी सोच-समझ और विवेक के हिसाब से हर रोल में 200 प्रतिशत देना चाहता हूं। इसमें भी मैंने यही किया है।
अटल बिहारी वाजपेयी जैसे व्यक्तित्व को पर्दे पर निभाना कितना चुनौतीपूर्ण रहा?
बहुत चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि वह रियल व्यक्तित्व हैं। उनके बारे में सभी लोग जानते हैं, उनके वीडियो क्लिपिंग मौजूद हैं। मैंने उनकी नकल करने के बजाय उनके व्यक्तित्व पर फोकस किया, क्योंकि मुझे पता है कि मैं कितना भी प्रोस्थेटिक मेकअप कर लूं, हूबहू अटल जी नहीं हो सकता। मैंने फोकस किया कि उनके विचार दिखाऊं। उनकी कहानी को कलात्मक तौर पर बनाकर सिनेमा में प्रस्तुत किया है।
जब इस फिल्म का ऑफर आपको मिला तो आपकी क्या प्रतिक्रिया थी?
मेरे मन में सबसे पहले यही सवाल आया कि क्या अटल जी के किरदार के साथ न्याय कर पाऊंगा? जब फिल्म के निर्माता विनोद भानुशाली ने अटल जी के गेटअप में मेरा ही फोटो दिखाया तो मैंने पहले पहचाना ही नहीं। उन्होंने कम्प्यूटर के माध्यम से अटल जी का लुक दिया था। गौर से देखा तब समझ में आया कि वह तस्वीर मेरी ही है। मैंने तीन महीने का समय मांगा और यह तय किया कि इस फिल्म की शूटिंग के दौरान किसी दूसरी फिल्म की शूटिंग नहीं करूंगा।
कभी अटल बिहारी वाजपेयी से मुलाकात हुई है?
व्यक्तिगत रूप से तो कभी मुलाकात नहीं हुई। अटल जी के व्यक्तित्व का मेरे जीवन में बहुत प्रभाव रहा है। अगर किसी राजनीतिक दल की रैली में गया हूं तो अटल जी के कार्यक्रम में। पटना के गांधी मैदान में उनका भाषण दोनों बार ही सुनने गया था। तब मैं 20 साल का था। कभी सोचा भी नहीं था कि उनके जीवन पर फिल्म बनेगी और उसमें अटल जी का किरदार निभाने का मौका मिलेगा।
अटल जी का बड़ा लंबा कैरियर रहा है, फिल्म में उनके पूरे व्यक्तित्व को दिखाना कितना संभव रहा है?
बिल्कुल संभव नहीं है। लेकिन हमने उनके जीवन के कुछ अनछुए पहलू दिखाए हैं, जिससे लोगों को कुछ प्रेरणा मिल सके। हो सकता है अब फिल्म देखकर कुछ लोगों को शिकायत रही हो कि बहुत सारी घटनाओं को नहीं दिखाया गया।
कभी राजनीति में जाने का ख्याल नहीं आया?
अभी एक्टिंग की दुकान अच्छी चल रही है,लेकिन अगर समाज में बदलाव चाहिए तो राजनीति बहुत जरूरी है। लेकिन मैंने राजनीति के बारे में नहीं सोचा। कॉलेज में मैं छात्र संघ का नेता भी रहा और एक हफ्ते की जेल की हवा भी खा चुका हूं। तभी मुझे लगा कि राजनीति का सफर बहुत कांटों भरा है। इसलिए राजनीति छोड़कर अभिनय की राह चुनी।
कैरियर के शुरुआती दिनों में आपने फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किये, अब पीछे मुड़कर देखते हैं, तो कैसा महसूस होता है?
मेरी सफलता का रास्ता कई विफलताओं से होकर गुजरा है। लेकिन जब भी पीछे मुड़कर देखता हूं, किसी बात का पछतावा नहीं रहता। मेरी सफलता का श्रेय मेरे संघर्ष को जाता है। वे मेरे शुरुआती दिन थे। मैं आज जो कुछ भी हूं, वह पुरानी गलतियों और उस समय जो मैंने अच्छी चीजें की थी, उसकी देन है।
अब कौन-कौन सी फिल्में कर रहे हैं?
इस फिल्म के अनुराग बसु के निर्देशन में बनी फिल्म ‘मेट्रो इन दिनों’ ‘स्त्री’ का सीक्वल ‘स्त्री 2’ और निर्माता -निर्देशक अनुभव सिन्हा की फिल्म ‘अभी तो पार्टी शुरू हुई’ कर रहा हूं। यह फिल्म भी इसी साल रिलीज होने वाली है।