चुनाव में हार के लिए पार्टी प्रधान जिम्मेदार नहीं
राजपुरा, 8 जुलाई (निस)
शिरोमणि अकाली दल के कई बड़े नेता सुखबीर सिंह बादल को अध्यक्ष पद से हटाने की मांग को लेकर बगावत पर उतारू हैं लेकिन सुखबीर बादल को पटियाला जिले के हल्का राजपुरा में पूर्ण समर्थन मिल रहा है। पार्टी की राजपुरा लीडरशिप सुखबीर बादल के पक्ष में दावा ठोक चुकी है और जल्द ही शहरी प्रधान रंजीत राणा के नेतृत्व में पार्टी के नेता राजपुरा में सुखबीर बादल के पक्ष में बैठक कर प्रेस वार्ता कर अपना पक्ष रखने का मन बना चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि राजपुरा से शिअद के शहरी प्रधान रंजीत राणा, सीनियर अकाली नेता अरविंदरपाल सिंह राजू, जसविंदर सिंह जैलदार, लाली ढींडसा सहित अन्य वरिष्ठ नेता सुखबीर बादल के पक्ष में चल रहे हैं। इस बात की पुष्टि के लिए नेताओं ने जल्द ही अपने कार्यकर्ताओं की मीटिंग बुलाने के संबंध में पदाधिकारियों से बात की है। हालांकि राजपुरा में चरणजीत बराड़ को छोड़ पार्टी का एक भी नेता सुखबीर बादल के खिलाफ नहीं चल रहा है और न ही किसी नेता ने पार्टी के खिलाफ बगावत की कोई बात की है।
शहरी प्रधान रंजीत राणा व अकाली नेता अरविंदर पाल सिंह राजू ने कहा कि सुखबीर बादल ने जब कोई गलती की ही नहीं तो फिर उन्हें किस बात के लिए अध्यक्ष पद से हटाया जाए। पार्टी का स्तर ऊंचा उठाने के लिए सभी को पहले की तरह मजबूती के साथ चलना होगा। एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के स्थान पर मिलकर काम करना चाहिए।
104 साल पुरानी है पार्टी
शहरी प्रधान रंजीत राणा ने कहा कि 1997 से वह शिरोमणि अकाली दल बादल से जुड़े हुए हैं। राजपुरा के लोगों की काफी वर्षों तक सेवा करने व राजपुरा से टिकट का प्रबल दावेदार होने के बावजूद पार्टी ने भले ही उन्हें राजपुरा विधानसभा सीट से टिकट न देकर चरणजीत बराड़ को टिकट दे दिया, उसके बावजूद उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी और न ही कभी पार्टी विरोधी कार्य किया। उन्होंने कहा कि शिरोमणि अकाली दल 104 साल पुरानी पार्टी है। हमें पार्टी को मजबूत करने पर जोर देना चाहिए। जो नेता बगावत कर रहे हैं, वे राज्य में पार्टी की सरकार के समय बड़े पदों पर रहे हैं, तब भी पार्टी के प्रधान सुखबीर बादल ही थे।