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देश के बंटवारे के दर्द को भुलाया नहीं जा सकता : सीएम

08:38 PM Aug 12, 2022 IST

दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 12 अगस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ मनाने की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने फैसला लिया है कि 14 अगस्त को कुरुक्षेत्र में विभाजन विभीषिका दिवस पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। इस दौरान प्रदेशभर से आए लोगों को विभाजन की विभीषिका में बलिदान देने वालों के बारे में अवगत करवाया जाएगा। यह दिवस उन सभी लोगों के लिए एक श्रद्धांजलि के तौर पर है, जिन्होंने विभाजन के समय अपनी जान गंवाई या अपने घरों को छोड़ा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इस कार्यक्रम में मुख्यातिथि होंगे। सीएम ने कहा कि देश जब आजाद हुआ, तब एक ओर जहां खुशी थी। वहीं दूसरी ओर देश को बंटवारे का दंश भी झेलना पड़ा। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि यह विभाजन साधारण नहीं था, वैसे कोई विभाजन साधारण नहीं होता लेकिन भारत का मामला और भी दर्द भरा रहा है। वर्तमान पीढ़ी और आने वाली पीढ़ियों को इस दिन के माध्यम से याद दिलाया जाएगा कि देश की आजादी के जश्न से पहले हमें उन्हें याद करना चाहिए, जिन्होंने पीड़ा और दर्द झेला। इसी याद को बनाए रखने के लिए प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर विभाजन विभीषिका स्मारक बनाए जा रहे हैं। कुरुक्षेत्र के मसाना गांव में देश का विश्व स्तरीय शहीदी स्मारक बनाया जा रहा है। इस स्मारक पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस मानवीय कार्य के लिए पंचनद स्मारक ट्रस्ट ने 25 एकड़ भूमि सरकार को दान में देने की घोषणा की है। ऐसा ही एक स्मारक फरीदाबाद के बड़खल में बनाया गया है। सीएम ने कहा, यह दिन हमें याद दिलाता रहेगा कि सामाजिक एकता के सूत्र टूटते हैं तो देश भी टूट जाया करते हैं।

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