क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों की संख्या 43 से घटकर 28 होगी
नयी दिल्ली, 5 नवंबर (एजेंसी)
वित्त मंत्रालय ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) के विलय का चौथा चरण शुरू कर दिया है, जिससे ऐसे बैंकों की संख्या 43 से घटकर 28 होने की संभावना है। वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार खाके के अनुसार, विभिन्न राज्यों में 15 क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का विलय किया जाएगा।
आरआरबी का विलय आंध्र प्रदेश (जहां सबसे अधिक चार आरआरबी हैं), उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल (प्रत्येक में तीन) और बिहार, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान (प्रत्येक में दो) में किया जाएगा। तेलंगाना के मामले में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का विलय आंध्र प्रदेश ग्रामीण विकास बैंक (एपीजीवीबी) की परिसंपत्तियों व देनदारियों को दोनों के बीच विभाजित करने के अधीन होगा। वित्तीय सेवा विभाग ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों को भेजे पत्र में कहा, ‘क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के विस्तार तथा कृषि-जलवायु या भौगोलिक प्रकृति को देखते हुए तथा ‘एक राज्य-एक क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इन बैंकों को अधिक समेकित करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ताकि व्यापक दक्षता व लागत को युक्तिसंगत बनाने का लाभ मिल सके।’ केंद्र ने 2004-05 में आरआरबी के संरचनात्मक समेकन की पहल की थी, जिसके परिणामस्वरूप तीन चरणों के विलय से 2020-21 तक ऐसे संस्थानों की संख्या 196 से घटकर 43 रह गई।