जज की गाड़ी को उपद्रवियों ने किया था आग के हवाले, वर्कशॉप में छिपकर बचायी थी जान
गुरुग्राम, 2 अगस्त (हप्र)
नूंह में 31 जुलाई को भीड़ की चपेट में एक जज और उनका परिवार भी आया। उनकी गाड़ी को आग लगाकर जला दिया गया। उन्होंने रोडवेज की वर्कशॉप में छुप कर अपनी जान बचाई। इसका खुलासा पुलिस की एफआईआर में हुआ है। जज ने पुलिस को दी गई शिकायत में खुलासा किया है। नूंह न्यायालय में तैनात प्रोसेस सर्वर टेक चंद ने बताया कि 31 जुलाई को दोपहर एक बजे वह और एक अधिकारी, उनकी तीन साल की बेटी और गनमैन गाड़ी में सवार होकर मेडिकल कॉलेज नलहड़ दवा लेने के लिए गए थे। जब वे दवाई लेकर वापस आ रहे थे तो दिल्ली अलवर रोड पर 100-150 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। उन्होंने अचानक पथराव और आगज़नी शुरू कर दी। देखते ही देखते एक पत्थर जज की गाड़ी के शीशे पर आ गिरा और गोलियां चलने लगी। उन्होंने पुराना बस स्टैंड के वर्कशॉप में छिप गए। बाद में न्यायालयों की अधिवक्ताओं की मदद से वहां से बाहर निकले।
नूंह पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है