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चुनावी दौर में मस्क की यात्रा के यक्ष प्रश्न

08:06 AM Apr 17, 2024 IST
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पुष्परंजन
वर्ष 1995 में धातु विज्ञान स्नातक वांग चुआनफू ने ‘बीवाईडी’ की स्थापना की, एक छोटी चीनी कंपनी, जो जापानी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अधिक सस्ते में रिचार्जेबल निकल-कैडमियम बैटरी वाली कार बनाने पर केंद्रित थी। लगभग 30 साल बाद, शिएन-शान्शी और शेन्ज़ेन स्थित कंपनी ‘बीवाईडी’ इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की दुनिया की अग्रणी निर्माता बन गई है। टेस्ला की स्थापना 2003 में हुई थी। एलोन मस्क ने टेस्ला, स्पेस एक्स, न्यूरालिंक और द बोरिंग जैसी कंपनियों की स्थापना की। वर्ष 2023 की आखिरी तिमाही में चीनी कंपनी ‘बीवाईडी’ ने प्योर-प्ले इलेक्ट्रिक कारों की वैश्विक बिक्री में अमेरिकी दिग्गज टेस्ला (टीएसएलए) को भी पीछे छोड़ दिया था। दोनों कंपनियाें में रेस अब भी चल रही है। टेस्ला ने 2024 की पहली तिमाही में अपना ताज फ़िर से हासिल कर लिया है। टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क पीएम मोदी से मिलने दिल्ली आ रहे हैं। आम चुनाव के समय मस्क का मोदी से मिलना मानीख़ेज़ है।
जून, 2010 में सूचीबद्ध होने पर टेस्ला स्टॉक की कीमत 17 डॉलर प्रति शेयर थी। अब टेस्ला के शेयर 166 डॉलर पार कर चुके हैं। आज की तारीख में टेस्ला 560 अरब डॉलर के मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के साथ दुनिया की दिग्गज कार कंपनियों में से एक बन चुकी है। लंदन की डेटा और एनालिटिक्स कंपनी ‘ग्लोबलडेटा’ के बिजनेस फंडामेंटल विश्लेषक मूर्ति गांधी के अनुसार, ‘जहां तक बीवाईडी का सवाल है, इसकी 81 बिलियन डॉलर की मार्केट कैप इसे दुनिया के शीर्ष 10 वाहन निर्माताओं में से एक बनाती है। फिर भी, यह टेस्ला और टोयोटा (टीएम) और स्टेलेंटिस (एसटीएलए) जैसे अन्य कार निर्माताओं से काफी पीछे है, जो फ्रेंच पीएसए ग्रुप और फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स के 2021 विलय से बना समूह है। यह समूह 14 ब्रांडों के तहत कारें बेचता है, जिनमें क्रिसलर, सिट्रोएन, जीप, मासेराती और प्यूज़ो शामिल हैं।’ 2023 में, टेस्ला ने बीवाईडी की तुलना में लगभग 230,000 अधिक कारें बेचीं। फिर भी बीवाईडी की प्रतिस्पर्धी क़ीमत ने टेस्ला की महंगी कारों की लकीर छोटी कर रखी है।
बीवाईडी ने रणनीति बदली है। 4 मार्च, 2024 को अपने सबसे पॉपुलर मॉडलों में से एक, ‘युआन प्लस क्रॉसओवर’ का एक नया संस्करण लॉन्च किया, जिसे चीन के बाहर ‘एट्टो 3’ के नाम से जाना जाता है, उसकी कीमत 11 प्रतिशत घटाकर 119,800 युआन कर दी। बीवाईडी ने अपनी सबसे किफ़ायती कार, ‘सीगल’ को भी 5 प्रतिशत सस्ता किया। हालांकि टेस्ला ने भी पिछले साल चीन में कुछ मॉडलों की कीमतों में कटौती की थी, लेकिन वो बीवाईडी से सस्ती कारें नहीं बेच पाई।
यूके स्थित कंसल्टेंसी फर्म ‘रो मोशन’ के अनुसार, ‘अमेरिका के बाद चीन, टेस्ला का सबसे बड़ा बाजार है। एलोन मस्क की कंपनी टेस्ला ने 2019 में अपने शंघाई गीगाफैक्टरी में उत्पादन शुरू किया, जहां से 947,000 कारों की डिलीवरी की। बीवाईडी अमेरिका में अपनी कारें नहीं बेचता है, हालांकि कैलिफ़ोर्निया में बीवाईडी ने बस बनाने की फैक्टरी लगा रखी है। टेस्ला और बीवाईडी दोनों अपने घरेलू बाजारों में विस्तार कर रहे हैं, साथ ही विदेशों में कारखाने लगा रहे हैं।
वर्ष 2023 में दुनियाभर में कुल 13.6 मिलियन ईवी (बीईवी और हाइब्रिड सहित) बेचे गए, जो पिछले वर्ष की तुलना में 30 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है। बीवाईडी ने 2023 में वैश्विक स्तर पर हाइब्रिड सहित लगभग 3 मिलियन इलेक्ट्रिक कारें बेचीं। अमेरिका और कनाडा ने टेस्ला के लगभग सात लाख वाहन खरीदे, जबकि उसके छह लाख वाहन चीन में बेचे गए। यूरोपीय देशों में टेस्ला की बिक्री में लगभग चार लाख वाहन शामिल थे। बावजूद इसके, इस साल टेस्ला के शेयर 29 प्रतिशत नीचे हैं, जबकि बीवाईडी स्टॉक लगभग 6 फीसद डाउन है।
वर्ष 2023 में भारत में कुल कार बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी सिर्फ 2 प्रतिशत थी। मोदी सरकार 2030 तक 30 प्रतिशत ईवी की हिस्सेदारी का लक्ष्य रख रही है। टेस्ला ने इस साल के अंत में भारत में निर्यात के लिए अपने जर्मन प्लांट में राइट-हैंड ड्राइव कारों का उत्पादन भी शुरू कर दिया है। लेकिन टेस्ला का लक्ष्य है कि उसे भारत में कार फैक्टरी लगानी है, दो अरब डॉलर का निवेश भी करना है। रोज़गार मिलते हैं, तो निश्चित रूप से श्रेय मोदी सरकार को जायेगा। मस्क ने इस सप्ताह एक्स पर कहा था, ‘भारत में इलेक्ट्रिक कारें होनी चाहिए, उतनी ही जितनी कि हर दूसरे देश में इलेक्ट्रिक कारें हैं।’
लेकिन कहानी एक कार कंपनी के विस्तार तक सीमित नहीं है। एलोन मस्क ‘न्यूरालिंक’ के सीईओ भी हैं, जो मानव मस्तिष्क को कंप्यूटर से जोड़ने के लिए अल्ट्रा-हाई बैंडविड्थ ब्रेन-मशीन इंटरफेस विकसित कर रहा है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी यह तकनीक चुनाव में किसी भी खेल को आगे बढ़ाने में सक्षम है। यूरोपीय संघ ने एलोन मस्क के इरादों को भांपकर ही उससे दूरी बनानी शुरू कर दी थी।
यूरोपीय संघ एलोन मस्क के स्टारलिंक उपग्रह प्रणाली के वर्चस्व पर अंकुश लगाना चाहता है। चुनांचे, यूरोपीय संघ ‘आईआरआईएस’ नामक संचार उपग्रहों के एक नए समूह के निर्माण और संचालन के लिए अरबों यूरो के अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की प्रक्रिया में है। एलोन मस्क यूरोपीय संघ की नज़र में अविश्वसनीय और विवादित शख्सियत हैं। ईयू ने स्पष्ट किया कि एक्स के माध्यम से एलोन मस्क ने ग़लत-सलत ख़बरें प्लांट कर, यूरोपीय देशों में चुनावों को प्रभावित करने की चेष्टा की थी। ब्राज़ील में भी कुछ ऐसा ही खेल एलोन मस्क कर चुके हैं। 1 जून, 2023 को, सेंटर फॉर काउंटरिंग डिजिटल हेट (सीसीडीएच) ने बताया कि एक्स, जिसे पहले ट्विटर नाम दिया गया था, ग्राहकों द्वारा पोस्ट की गई 99 प्रतिशत नफरत वाले संदेशों के विरुद्ध कार्रवाई में विफल रहा है।
7 अप्रैल, 2024 को ब्राज़ील की सुप्रीम कोर्ट ने एक्स पर फ़र्जी सूचनाएं प्लांट करने के आरोप में एलोन मस्क को लपेटा है। जस्टिस अलेक्जेंड्रे जे मोरेस ने एक्स के बहुतेरे पॉपुलर अकाउंट्स को बंद करने के आदेश दिए। लेकिन एलोन मस्क ने स्वयं को ब्राज़ील की सुप्रीम कोर्ट से बड़ा समझने की ताव में ताबड़तोड़ पोस्ट एक्स पर डाले- ‘इस न्यायाधीश ने ब्राज़ील के संविधान और लोगों के साथ निर्लज्जतापूर्वक और बार-बार विश्वासघात किया है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए, या उन पर महाभियोग चलाया जाना चाहिए. शर्म करो @अलेक्जेंड्रे, शर्म करो।’
सवाल यह है, एलोन मस्क चुनावी माहौल में भारत क्यों आ रहे हैं? एक्स की जो भूमिका यूरोपीय देशों और ब्राज़ील में रही, उस पर सवाल उठे हैं। क्या टेस्ला के कारोबार में लाभ के लिए सत्ताधीशों को एक्स के जरिये मदद होती है। ऐसे अनेक यक्ष प्रश्न हैं।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।

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